👉 नागपूर समाचार : रेलवे को उसके अपने कर्मचारी ही चूना लगा रहे हैं। एक कबाड़ी के यहां से करीब 500 किलोग्राम लोहा जब्त किया गया। जांच में खुलासा हुआ कि रेलवे कर्मचारी ने ही उसके पास इसे बेचा था। आरोपी मध्य रेलवे नागपुर मंडल के परिचालन विभाग में सुपरवाइजर (ऑपरेशन) है।
👉 सूचना पर हुई कार्रवाई : आरपीएफ़ नागपुर को सूचना मिली थी कि अजनी के टीआरओ कार्यालय से रेलवे का लोहा चोरी कर गोसिया कॉलोनी, दिघोरी स्थित एक कबाड़ी की दुकान पर बेचा गया है। सूचना मिलते ही आरपीएफ़ मुख्यालय नागपुर द्वारा एक टीम का गठन किया गया। उपनिरीक्षक होती लाल मीना, उपनिरीक्षक जी. एस. एडले, उपनिरीक्षक शिवराम सिंह, आरक्षक लोकेश राऊत उक्त दुकान का पता लगाने के लिए नियुक्त किए गए। उक्त टीम गोसिया कॉलोनी दिघोरी स्थित प्रवीण एंड ब्रदर्स प्लास्टिक स्क्रैप सप्लायर्स नामक दुकान पहुंची और दुकान मालिक से पूछताछ की।
👉 दुकान मालिक ने अपना नाम प्रवीण वासुदेव राव गवरे (निवासी दिघोरी, हुडकेश्वर, प्लॉट नंबर 43, नागपुर) बताया। पूछताछ करने पर उसने अपने दुकान में रेल संपत्ति को दिखाते हुए एक रेल कर्मचारी और एक बाहरी व्यक्ति से उसे खरीदना स्वीकार किया। इस पर उपनिरीक्षक शिवराम सिंह ने दो पंचों समक्ष 500 किलोग्राम लोहा कीमत 12 हजार 500 रुपए की रेलवे संपत्ति को जब्त किया। दुकान मालिक को साथ लेकर आरपीएफ़ पोस्ट अजनी पहुंची, जहां पंचों के समक्ष दुकान मालिक का बयान दर्ज किया गया।
👉 चोरी का माल बेचने वालों की ऐसे बनी चेन : उक्त आरोपी ने बताया कि उक्त संपत्ति रेलवे के परिचालन विभाग ओएस के पद पर कार्यरत राजकुमार निखारे से उसने खरीदी है। राजकुमार निखारे ने भी निजी सुरक्षा रक्षक सुरेश माधवरावजी पेठे की मदद से रेल संपत्ति की चोरी कर प्रवीण वासुदेव राव गवरे के दुकान पर बेचना स्वीकार किया। सुरेश माधवरावजी पेठे ने भी चोरी करने की बात स्वीकार की। अजनी के आईओडब्ल्यू ने रेल संपत्ति की चोरी तस्दीक की। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी रिपोर्ट तैयार कर उनके खिलाफ आरपीएफ़ पुलिस स्टेशन अजनी में अपराध दर्ज किया।