नागपुर समाचार : वीएसएसएस महाराष्ट्र महिला टीम ने बुधवार को मकर संक्रांति दिन के दिन पतंग उड़ाकर तिल लड्डू खाकर सद्भाव, हर्षोल्लास से मनाया पर्व।
वीएसएसएस महाराष्ट्र महिला टीम, अध्यक्ष डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी और कार्याध्यक्ष सुनीता जेसवानी ने बताया कि वीएसएसएस की सभी टीम ने बुधवार को वीएसएसएस कार्यालय की छत पर प्रेम सद्भाव से मिल कर पतंगे उड़ाकर असीम आनंद के साथ पर्व मनाकर खुशी का इजहार किया। वीएसएसएस महाराष्ट्र अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, प्रमुख अतिथि बतौर एडवोकेट मीरा भंभवानी, उपस्थित थी।
मोटवानी ने अपने उद्बोधन में बताया कि संक्रांति भारत में बहुत धूमधाम से मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है , मकर संक्रांति हिंदुओं के लिए बहुत महत्व है। शास्त्रों में इस पर्व को तप, पूजा, दान और त्याग के लिए शुभ माना जाता है।
मकर संक्रांति, या केवल संक्रांति, भगवान सूर्य (सूर्य भगवान) को समर्पित है और सूर्य के सन्देश को मकर (मकर) राशी (राशि चक्र चिन्ह) में चिन्हित करता है। यह त्योहार सबसे शुभ अवसर माना जाता है और सौर चक्र के साथ कुछ हिंदू त्योहारों में से एक है। यह परिणाम के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है जब लोग नई कड़वाहट की पूजा करते हैं और उन्हें खुशी से बांटते हैं।
मकर संक्रति पर्व में, महाराष्ट्र महिला टीम से रश्मि मोहनानी, अनिता नागवानी, सिमरन खुबनानी, सविता अमरनानी, गीता चावला, प्रभा सबनानी, भारती कुकरेजा, मधु चेलानी, रिचा चेलानी, पूनम सावलानी, विनिता खत्री, किरण तोतलानी, श्रीमती बहु तोतलानी, विमला रामलखानी, विदर्भ महिला टीम से अध्यक्ष श्रीमती कंचन जज्ञासी, मंजू कुंगवानी, निशा केवलरमानी, भूमि जशनानी, राजकुमारी जशनानी, नागपुर महिला टीम से अध्यक्ष पूजा मोरयानी, विधि मोटवानी, दीपा खिलनानी, भारती पंजवानी, नागपुर जिला महिला टीम से अध्यक्ष सुनीता बजाज, महासचिव दिव्या जगुजा, मंजू पंजवानी, नागपुर मैन टीम से अध्यक्ष मनोहरलाल आहूजा, सचिव लखमीचंद थावानी वेस्ट नागपुर, महिला टीम अध्यक्ष विधी ग्वालानी, कंचन ग्वालानी, कामनी थारवानी,कविता छाबरिया और ईस्ट नागपुर टीम से उपाध्यक्ष भावना दयानी सहित ने सहभाग किया।
प्रस्तावना डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी ने बताया कि अधिकांश क्षेत्रों में संक्रांति उत्सव दो से चार दिनों तक चलता है। त्योहार के दौरान लोग सूर्य देव की पूजा करते हैं। वे पवित्र जल में एक पवित्र प्रवेश के लिए भी जाते हैं, चिड़ियों को भीख देते हुए दान करते हैं, पतंग उड़ते हैं, तिल और गुड़ से बनी मिठाई बनाते हैं, लोगों की पूजा करते हैं और बहुत कुछ करते हैं।
कार्याध्यक्ष सुनीता जेसवानी ने बताया कि इस त्योहार के दौरान, विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में खिचड़ी बनाई जाती है और खाया जाता है। यही कारण है कि मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। गोरखपुर में, भक्तों के लिए गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की प्रथा है।
हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में लोहड़ी मकर संक्रांति से एक दिन पहले मनाई जाती है। एडवोकेट मीरा भंभवानी, कंचन जज्ञासी, पूजा मोरयानी, सुनीता बजाज, मनोहरलाल आहूजा, लखी थावानी, विधी ग्वालनी, भावना दयानी ने विचार प्रकट सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं अर्पित कर आयोजन की सराहना की।
अंत में मोटवानी ने बताया कि 13 जनवरी से दिल्ली गुरुग्राम होटल हयात रिजेंसी में वीएसएसएस के 5वें अंतर्राष्ट्रीय सिंधी सम्मेलन में सहभाग करने जा रहे है।
नागपुर, विदर्भ और महाराष्ट्र से भारी संख्या में उपस्तिथि होंगी। मोटवानी ने सभी से इसमें शामिल होने का आग्रह किया, कार्यक्रम का संचालन डा भाग्यश्री खेमचंदानी, आभार सुनीता जेसवानी ने माना।