विदेश में जाकर भारत को किया बदनाम
नागपुर समाचार : भारत से अंग्रेज तो चले गए, लेकिन औपनिवेशिक मानसिकता वाले लोग अभी मौजूद है। उनकी जेड बहुत मजबूत है। वह लगातार भारत के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाते। ऐसा ही पिछले दिनों हमने देखा। जहां औपनिवेशिक मानसिकता वाले युवराज ने भारत और उसके लोकतंत्र को दुनिया में बदनाम करने का प्रयास किया। यह देश का अपमान है, जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी। रविवार को नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कही।
केंद्रीय मंत्री एक दिन के नागपुर दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों को संबोधित किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। चौबे ने कहा, “देश में औपनिवेशिक मानसिकता की जेड बहुत गहरी है। पहले अंग्रेजो के ज़माने में भारत के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाई जाती थी, वहीं कांग्रेस के शासन में भी यही किया जारहा है। जो पार्टी खुद को स्वतंत्रता आंदोलन का जनक बताती थी वही औपनिवेशिक मानसिकता के पोषक है।
कांग्रेस भारत को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहती
चौबे ने कहा, “कांग्रेस आजादी के समय एक दल नहीं संगठन था। लोगों का ज्वार था। लेकिन अब उस कांग्रेस में कितने कांग्रेस हो गए हैं। वर्तमान में जो कांग्रेस का वह नकली कांग्रेस है। जो लोग अपने आप को महारथी कहते थे वह अब भारत को आगे बढ़ते नहीं देखना चाहते। इसका उदहारण हमने पिछले दिनों देखा जहां वंशवादी कांग्रेस का युवराज विदेश की भूमि पर भारत और उसके लोकतंत्र की छवि भूमिल करने का काम कर रहा।”
आंबेडकर का नहीं करते सम्मान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, “युवराज द्वारा विश्व भर में भारत को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। वह बाहर जाकर भारत के संविधान और लोकतंत्र को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। ये आंबेडकर का सम्मान नहीं करते, उनके द्वारा दिए संविधान का सम्मान नहीं करते।” उन्होंने कहा, “राहुल गांधी द्वारा जो किया गया है वह देशद्रोह की श्रेणी में गिने जाएंगे। उन्होंने देश को जो कलंकित किया गया है उसे इतिहास कभी नहीं भूलेगा।”
कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी
चौबे ने आगे कहा, “आजादी के बाद से ये भ्रष्टाचार और परिवारवाद में डूबी रही और भ्रष्टाचारियों को शाह देती रही। आज विदेश में जाकर भारत, उसके लोकतंत्र और प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम कर रही है। ये देश का नुकसान है। ऐसे युवराज की ये बात अमर्यादित है और जनता इसे बिलकुल स्वीकार नहीं करेगी।”