नागपुर समाचार : महावितरण ने बड़ा निर्णय लेते हुए नगदी बिजली बिल भरने की सिमा को तय कर दिया है। जिसके तहत अब नागरिक केवल 5000 हजार तक बिजली बिल नगदी में भर सकते हैं। वहीं इसके ज्यादा का बिल है तो उसका भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करना पड़ेगा। नया नियम आज यानी एक अगस्त 2023 से लागू भी हो गया है। इसी के साथ महावितरण ने ग्राहकों को ऑनलाइन माध्यम से पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए कुल बिल का 0. 25 प्रतिशत या अधिकतम 500 रूपये की छूट देने की घोषणा की है।
महाराष्ट्र विद्युत विनियामक आयोग द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 1 अगस्त 2023 से महावितरण के नकद बिजली बिल भुगतान की अधिकतम राशि की एक सीमा होगी। महावितरण के सभी ग्राहक प्रति माह अधिकतम 5000 रुपये तक ही बिजली बिल का भुगतान कर सकते हैं। वहीं कृषि श्रेणी के ग्राहकों को बिजली बिल का नकद भुगतान करने की मासिक अधिकतम सीमा 10,000 होगी।
ऑनलाइन माध्यम से भरें पेमेंट
महावितरण के मुख्य संपर्क अधिकारी के अनुसार, उपभोक्ता वेबसाइट www.mahadiscom.in के साथ-साथ MSEDCL के मोबाइल ऐप के माध्यम से कभी भी और कहीं से भी असीमित बिजली बिल का ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं। भुगतान क्रेडिट या डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग और विभिन्न यूपीआई के माध्यम से भी किया जा सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “जो ग्राहक ऑनलाइन भुगतान का विकल्प चुनते हैं, उन्हें उनकी बिल राशि पर 0.25% की छूट (500 रुपये तक) मिलेगी। बिजली बिलों का ऑनलाइन भुगतान बहुत सुरक्षित है और बिलिंग प्रणाली में वास्तविक समय पर अपडेट सुनिश्चित करता है।”
65 प्रतिशत उपभोक्ता कर रहे ऑनलाइन पेमेंट
ऑनलाइन भुगतान के बाद उपभोक्ता को उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक एसएमएस प्राप्त होगा। फिर वह भुगतान विवरण और अपने लेनदेन की रसीद प्राप्त करने के लिए वेबसाइट www.mahadiscom.in पर भुगतान इतिहास की जांच कर सकता है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र के 1.1 करोड़ उपभोक्ता (जो लगभग 65%) वर्तमान में ऑनलाइन बिलिंग सुविधा का लाभ उठा रहे हैं, जिससे MSEDCL को हर महीने औसतन 2,250 करोड़ रुपये मिलते हैं।