नागपुर समाचार : ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (ओचरी) इस महामारी की अवधि में चौबीसों घंटे आने वाले सभी मरीज जिन्हें कोरोना नहीं है, उन पर ध्यान दे रहे हैं. हाल ही में मेयर संदीप जोशी ने ओचरी का दौरा किया और यहां आने वाले अन्य मरीजों को विभिन्न विशिष्ट उपचार की आवश्यकता के लिए चल रहे उपचार पर अपना संतोष व्यक्त किया. उन्होंने धनगरपुरा बस्ती के आसपास के 5,000 निवासियों की चिंताओं पर चर्चा की, जिन्होंने ओचरी पर आपत्ति जताते हुए कोविड के मरीजों को स्वीकार करने के लिए तत्परता से एक ब्लॉक रखने के लिए कहा था. डॉ. अनूप मरार- ओचरी के निदेशक ने मेयर को बताया कि एनएमसी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि केवल जब जीएमसी, आईजीजीएमसी, एनएमसी के अस्पताल, निजी मेडिकल कॉलेजों, धर्मार्थ अस्पतालों, अस्पतालों के 5,000 से अधिक आवंटित बेड भरे हुए होने पर, तभी नागपुर के निजी अस्पतालों के बेड कोविड की देखभाल के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे.
डॉ. अनुप मरार ने यह भी कहा, कि धनगरपुरा बस्ती एसोसिएशन की लिखित आपत्ति उसी दिन एनएमसी प्राधिकरणों को भेज दी गई थी. डॉ. मरार ने मेयर को स्पष्टीकरण दिया, कि इस समय में ओचरी में अपनी सभी इमारतों में केवल जिन्हें कोविड नहीं है, ऐसे मरीजों का ही ध्यान रख रहे हैं, जिन्हें महाराष्ट्र सरकार द्वारा वर्तमान में लागू टीपीए दर कैपिंग विनियमन के अनुसार नियमित आधार पर ओपीडी और इंडोर उपचार की आवश्यकता होती है और संदिग्ध कोविड मरीजों को अपेक्षित परीक्षण और अधिसूचना के बाद जीएमसी और आईजीजीएमसी को निर्देशित किया जा रहा है. आवश्यक सूचना अस्पताल के रिसेप्शन में प्रदर्शित भी की गई है.