विधान भवन परिसर में विपक्ष का आंदोलन, किसान संकट में और मुआवजा पर्याप्त नहीं
नागपुर समाचार : विपक्ष ने किसान, बेरोजगारी, ड्रग्स व आतंकवाद के मुद्दे पर सरकार को घेरा। विपक्ष ने आरोप लगाया कि बेमौसम बारिश से फसलें खराब हुई, लेकिन सरकार ने किसानों को पर्याप्त मुआवजा नहीं दिया। ड्रग्स माफिया से सरकार के मंत्रियों के संबंध हैं। आतंकवाद पर सरकार की दोहरी भूमिका है। इकबाल मिर्ची से जिसके व्यवहार हुए, वह नेता केंद्रीय गृह मंत्री से मिलता है। इस दौरान हाथ में बैनर व तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। तख्तियों पर सरकार के खिलाफ नारे लिखे हुए थे।
परिसर में जमकर नारेबाजी
विपक्ष ने कहा कि बेमौसम बारिश से फसलें बर्बाद हुईं। किसान संकट में है। सरकार ने जो मुआवजा दिया वह पर्याप्त नहीं है। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी ठीक नहीं होने का आरोप लगाया। विपक्ष ने ‘महाराष्ट्र शिव-शाहू-फुले-अाम्बेडकर का है या आतंकवादियों का’, ‘इकबाल मिर्ची से किसका वास्ता’, कौन सा मंत्री ड्रग्स माफिया का साथी है’, ‘महिलाएं असुरक्षित हैं, युवा बेरोजगार हैं और नींद ले रही ट्रिपल इंजन सरकार’ के नारे लगाए। बैनर व तख्तियों पर भी यही नारे लिखे हुए थे।
मंत्रियों व विधायकों को बचाने का आरोप
विपक्ष ने कहा कि सुधाकर बडगुजर के किससे संबंध है, यह पुलिस देखेगी, लेकिन दाऊद इब्राहिम के रिश्तेदार की शादी में जिन मंत्रियों व विधायकों ने जाकर भोजन किया, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। भाजपा अपने मंत्रियों व विधायकों को बचाने का काम कर रही है। विपक्ष पर आरोप लगाने के पहले अपने मंत्रियों की जांच करनी चाहिए। सांसद प्रफुल्ल पटेल के इकबाल मिर्ची से व्यवहार होने की बात सामने आई, पर सरकार ने कुछ नहीं किया। प्रफुल्ल पटेल केंद्रीय गृह मंत्री से मिलते हैं। इस पर भाजपा बोलती नहीं है। आंदोलन में विप में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात, अमित देशमुख, प्रणीति शिंदे, सतेज पाटिल, रवींद्र वायकर, रवींद्र धंगेकर, सचिन अहिर आदि शामिल थे।