प्रियदर्शिनी महिला छात्रावास में आयोजित हुआ महिला जागरूकता महोत्सव
महिलाओं को किया मार्गदर्शन बार्टी प्रादेशिक कार्यालय का उपक्रम
नागपुर समाचार : बार्टी प्रादेशिक कार्यालय द्वारा आयोजित महिला जागरूकता कार्यक्रम प्रियदर्शनी महिला छात्रावास में आयोजित किया गया कार्यक्रम में क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले, राजमाता जिजाऊ की स्मृति में मानवंदना देकर कार्यक्रम की शुरूआत हुई। प्रियदर्शनी महिला छात्रावास की महिलाओं को मार्गदर्शन करते हुए जिला विधि प्राधिकरण की एड. सुरेश बोरकुटे ने कहा कि विवाह का निर्णय लेते समय सावधानी बरतें। विवाह की कानूनी उम्र का पालन करें। विवाह को कानूनी आधार दें। प्यार के नाम पर अपने साथ कोई अन्याय न होने दें। अन्याय की स्थिति में न्याय व्यवस्था आपके साथ है।कायक्रम में मौजूद उपस्थितों ने इस अवसर पर अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए महापुरुषों द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। मान्यवरों ने महिला अधिकार के साथ उन्हें हर कार्य में जागरूक होकर कदम बढ़ाने की बात कही।
महिलाओं के मूल अधिकारों की जानकारी दी : बार्टी प्रादेशिक कार्यालय के सहायक परियोजना प्रबंधक अनिल वल्के ने बार्टी की योजनाओं, बार्टी के माध्यम से कार्यान्वित किए जा रहे रोजगार उन्मुख कौशल विकास प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी। परियोजना अधिकारी सुनीता झाड़े ने महिलाओं के मूल अधिकारों की जानकारी दी और उन्हें न्याय के अधिकार के प्रति जागरूक रहने को कहा। इससे पहले श्रद्धानंद अनाथालय आधार गृह, स्वधार गृह नीलकमल सोसायटी, करुणा महिला छात्रावास में महिला जागरूकता जागरूकता पर्व का आयोजन किया गया। यह महोत्सव गुरुवार को दोपहर 12 बजे वारांगना बस्ती इतवारी में आयोजित किया जाएगा। महोत्सव का समापन 12 जनवरी को रहाटे नगर टोली में होगा। महोत्सव के दौरान सभी महिलाओं को जागरूक रहने व आत्मनिर्भर बनकर जीवनयापन करने मार्गदर्शन किया जा रहा है।
संवैधानिक अधिकारों के बारे में जागरूक किया : प्रारंभ में छात्रावास की अधीक्षक सुकल्पा वरोकर ने छात्रावास की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यहां आने वाली महिलाओं की पृष्ठभूमि और सामाजिक विकास में उनकी जिम्मेदारी पर चर्चा की। जिला विधि प्राधिकरण एड. सुरेखा बोरकुटे ने छात्रावास में महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने शादी का फैसला जल्दबाजी में लेते समय सावधानी बरतने को भी कहा। इस समय प्रो. संगीता टेकाड़े ने नाटक के माध्यम से महिलाओं को शिक्षा की जरूरत के साथ-साथ स्वच्छता का महत्व भी बताया। उन्होंने महिलाओं को स्वास्थ्य के बारे में भी मार्गदर्शन किया।