विदर्भ के औद्योगिक विकास को मिलेगी गति
नागपुर समाचार : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि विदर्भ का विकास तभी होगा, जब यहां पर एग्रीकल्चर का ग्रोथ रेट बढ़ेगा और मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज आएगी. मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज आएगी तो कैपिटल इन्वेस्टमेंट आएगा. इससे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे. आज विदर्भ में मिनरल्स, पावर, वॉटर, मजबूत ट्रांसपोर्ट और बेहतर कम्युनिकेशन सभी है. यहां इंडस्ट्रीज लगाने के लिए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर है. इसके चलते विदेशी निवेशक नागपुर जैसे डेस्टिनेशन को चुनना चाहते हैं. विदर्भ का विकास होगा तो यहां से गरीबी हटेगी और किसानों की आत्महत्या कम होगी. विदर्भ के विकास में ‘खासदार औद्योगिक महोत्सव 2024-एडवांटेज विदर्भ का काफी ज्यादा सहयोग मिलेगा. वे 27 से 29 जनवरी तक आयोजित खासदार औद्योगिक महोत्सव के संबंध में आयोजित –
विधायक प्रवीण दटके, एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रयल डेवलपमेंट (एड) के अध्यक्ष आशीष काले, उपाध्यक्ष प्रणव शर्मा और गिरधारी मंत्री, सचिव डॉ. विजय शर्मा, राजेश बागड़ी, सदस्य राजेश रोकड़े, निखिल गडकरी, डॉ. महेंद्र क्षीरसागर, प्रदीप माहेश्वरी, आरटीएम विवि के वीसी डॉ. सुभाष चौधरी, पीएम पार्लेवार सहित अन्य उपस्थित थे. टाइगर के लिए विदर्भ बेस्ट डेस्टिनेशन: गडकरी ने कहा कि विश्व में किसी को भी टाइगर देखना है तो हमारा विदर्भ बेस्ट डेस्टिनेशन है और नागपुर टाइगर कैपिटल है. आज तोड़ोबा, पेंच और उमरेड में नये-नये फॉरेस्ट डेवलप हो रहे हैं. इन स्थानों पर घूमने के लिए बाहर से लोग आ रहे हैं. वहीं भद्रावती के जंगल में मिथेन गैस है. सरकार ने ऐसा 43 सेक्टर के 240 स्टॉल राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय, जमनालाल बजाज प्रशासनिक भवन परिसर, अमरावती रोड में आयोजित ‘खासदार औद्योगिक महोत्सव 2024-एडवांटेज विदर्भ’ में कॉन्क्लेव, सेमिनार और अन्य संबंधित कार्यक्रम का आयोजन होगा.
इसके अलावा कुल 240 स्टॉल होंगे, जिनमें से 90% स्टॉल रियायत दरों पर विदर्भ की कंपनियों के लिए आरक्षित किए गए हैं. महोत्सव में वीआईए, बीएमए, एमआईए, कोसिया, वीपीआईए, इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन, एफआईए, वेद, वीडीआईएच सहित अन्य एसोसिएशन हिस्सा ले रहे हैं.
निर्णय लिया है कि वहां से कोई मिथेन गैस निकालता है तो उसे फॉरेस्ट की अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी. ऐसा होता है तो विदर्भ में पेट्रोल-डीजल के बजाय सीएनजी से गाड़ियां चलेंगी. इससे काफी पैसा बचेगा और विदर्भ की पोटेंशियल बढ़ जायेगी. वहीं यहां पर कोयला भी है. कोल गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट के लिए डब्ल्यूसीएल से बात चल रही है. इससे सिलेंडर की कीमत 100 रुपये से कम हो जायेगी.
कुही एमआईडीसी में काफी बड़ी जमीन उपलब्ध है जहां पर 2 माह में रिफाइनरी का काम शुरू हो सकता है. रिफाइनरी के लिए पानी और जमीन दोनों रेडी हैं, हम यह चाहते हैं कि विदर्भ में नई-नई टेक्नोलॉजी आए और इसका फायदा हमारे युवाओं को मिले. हमारे यहां पर पावर सरप्लस है और पानी की कोई कमी नहीं है. आज मिहान में 68,000 को रोजगार मिला हुआ है. वहीं 4 बड़ी कम्पनियां आती हैं तो कम से कम से 1 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा.
इससे यहां की परचेसिंग पावर बढ़ेगी तो यहां का विकास काफी तेजी से होगा. उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास को सुविधाजनक बनाने, विदर्भ में निवेश आकर्षित करने, उद्यमियों की समस्याओं का समाधान करने, उद्यमी और सरकार के बीच एक कड़ी के रूप में कार्य करने के उद्येश्य से एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रयल डेवलपमेंट कार्य कर रही है. इस औद्योगिक महोत्सव के माध्यम से इसको प्रारूप देने का कार्य किया जाएगा.