◾तहसील के 23 हजार किसानों को करीब 32 करोड़ मिलेंगे
◾२७ हजार प्रती हेक्टर के दर से मिलेगा मुआवजा
गोंदिया समाचार : सितंबर 2023 में हुई भारी बारिश के कारण वैनगंगा नदी के किनारे स्थित किसानों की खड़ी फसल पानी में डूब गई थी और किसान आर्थिक संकट में थे। विधायक विनोद अग्रवाल ने सरकार से भारी बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग उठाई थी। सरकार ने इस पर तुरंत एक्शन लिया और किसानों को मुआवजा देने का काम आगे बढ़ाया। किसान इस संकट से बाहर निकलने ही वाले थे कि नवंबर और दिसंबर महीने में बेमौसम बारिश की मार पड़ी और न सिर्फ किसान बल्कि धान की फसल भी बर्बाद हो गयी। विधायक विनोद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर नुकसान की जानकारी दी। उस पर सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लिया और मुआवजा देने के लिए सरकारी कर्मचारीओ को काम पर लगाया। लेकिन नियमानुसार खड़ी फसल का ही मुआवजा देने का प्रावधान था।
इसमें बेमौसम बारिश के कारण खड़ी फसल के साथ-साथ कटे हुए धान के डंठल और जमा हुए धान के ढेर भी शामिल हैं. खड़ी फसल को नुकसान हुआ, लेकिन कटाई के बाद खेत में गिरे हुए कडपा और एकत्रित किए गए ढेर में अंकुर आ गए थे। विधायक विनोद अग्रवाल ने सरकार को इस बारे में अवगत कराया और पुंजना और कडपा को मुआवजा देने के लिए मजबूर किया।
विधायक विनोद अग्रवाल के प्रयासों के परिणामस्वरूप, गोंदिया जिले के 60,000 से अधिक किसानों को बेमौसम बारिश और भारी बारिश से हुए नुकसान के मुआवजे के रूप में लगभग 67 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। इसमें से अकेले गोंदिया तालुका के 23 हजार किसानों को लगभग 32 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की गई।
जल्द ही यह सारी धनराशि संबंधित किसानों के खाते में जमा कर दी जाएगी। प्रति हेक्टर २७ हजार रूपए के दर से किसानों को नुकसान भरपाई मिलने वाली है।
इसके लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस, उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार, जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन और राजस्व विभाग के साथ-साथ कृषि विभाग, ग्राम सेवक एंव ग्राम पंचायत पदाधिकारी, अधिकारियों और कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत की है जिसके लिए विधायक विनोद अग्रवाल इनोन्हे सभी का आभार व्यक्त किया।