नागपुर समाचार : विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं के लिए लोकप्रिय उपक्रम ‘उभरते सितारे’। जिसके अंतर्गत मनोरंजन और ज्ञानवर्धक संगीतमय ‘गीत गुंजन’ कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें एमडी मेडिसिन डॉक्टर सुजाता नायर दत्ता जी अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इनका सम्मान, सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने स्वागतवस्त्र और मोमेंटो देकर किया। अपने संबोधन में डॉक्टर सुजाता दत्ता जी ने बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी कुछ नियम बताते हुए उनसे प्रश्न पूछने को कहा। तथा कुछ मोटिवेशनल बातें भी की।
सर्वप्रथम, कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने ‘गीत गुंजन’ विषय की आवश्यकता को समझाया । और कहा कि, इस समय जहां मां-बाप और बच्चे सभी परीक्षा की तनाव भरी घड़ी में अतिव्यस्त और गंभीर हैं। ऐसे समय मन को हल्का और केंद्रित करने के लिए कुछ गीत संगीत से मन में आनंद और उत्साह का संचार करना चाहिए। जिससे, पढ़ाई में आपका मन और अच्छे से लग सके।
तत्पश्चात, भव्या अरोरा, ऋषभ सोमानी, प्रियांश जेसवानी, खुशी वाघमारे, अवंतिका इसरानी, कोयल गेहानी, राम बागल और जानवी तामगडे ने शानदार गीतों की प्रस्तुति दी। पूर्वी मंगेश वैद्य और निधि रेहपाडे ने मनमोहक नृत्य से उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत लिया।
प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को मिनाक्षी केसरवानी, सीमा लूहा, आशा वेदप्रकाश अरोरा, सुहास तिरपुडे, विवेक गोखले, प्रीति अभिजीत बागल, रश्मि गेहानी, पूर्णिमा दत्ता, प्रीतिशा इसरानी, भावना सोमानी, विजयंत महाकालकर, सुरेश जाधव, धनंजय गाडे आदि ने खूब सराहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया। तथा कार्यक्रम में सहयोग प्रशांत शंभरकर और कृष्णा कपूर ने किया। ध्वनि व्यवस्था विनोद पांडे ने संभाली। उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार वैशाली मदारे ने व्यक्त किया।