नागपुर समाचार : लोकसभा चुनाव के बीच गडचिरोली में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक और महाराष्ट्र प्रदेश आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर नामदेव उसेंडी भाजपा में शामिल हो गए हैं। नागपुर के प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। ज्ञात हो कि, मंगलवार सुबह ही उसेंडी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्य्ता से इस्तीफा दिया था।
एक तरफ कांग्रेस विदर्भ की सभी सीटों को जीतने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी तरफ उसके विधायक और नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं। मंगलवार को पूर्व विधायक और कांग्रेस अनुसूचित जनजाति मोर्चे के अध्यक्ष नामदेव उसेंडी भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने के बाद उसेंडी ने कहा कि, “पिछले 10 सालों से वह गडचिरोली सहित राज्य में कांग्रेस से आदिवासियों को जोड़ने का काम कर रहे थे। लेकिन जब चुनाव का समय आया तो किसी और को टिकट दे दिया। इस दौरान उसेंडी ने कांग्रेस पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप भी लगाया।”
कांग्रेस में नेताओं का नहीं सम्मान
भाजपा अध्यक्ष बावनकुले ने कहा कि, “राज्य में कांग्रेस की हालत पुरी तरह खराब हो चुकी है। कोई भी अब कांग्रेस में रहना नहीं चाहता है। कांग्रेस में नेताओं का कोई सम्मान नहीं है। जिसका कारण उनके विधायक और नेता उन्हें छोड़कर जा रहे हैं।” इसी के साथ बावनकुले ने कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह भी दी।
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने गडचिरोली लोकसभा सीट से नामदेव किरसान को अपना उम्मदीवार बनाया है। टिकट काटने से नाराज उसेंडी भाजपा में शामिल हो गए। उसेंडी का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के किये जिले बड़ा झटका है। उसेंडी जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के तौर पर गिने जाते हैं। वहीं एक बार विधायक सहित 2014 और 2019 में गडचिरोली से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी भी रहे हैं।