नागपुर समाचार : गाड़ी तेज चलाने की बात और पुराने पारिवारिक विवाद को लेकर हुए झगड़े में साले ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही जीजा की हत्या कर दी. यह घटना नागपुर के बेलतरोडी पुलिस थाना अंतर्गत कैकाड़ी नगर झोपड़पट्टी परिसर में हुई. पुलिस ने इस मामले में दोनों गुटों के खिलाफ मामला दर्ज कर सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि इस घटना में एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल है जिसका इलाज अस्पताल में जारी है.
बेलतरोड़ी पुलिस थाने के कैकाडी नगर झोपड़पट्टी परिसर में रविवार रात हत्या की यह वारदात हुई. मृतक 34 वर्षीय कैकाडी नगर झोपड़पट्टी निवासी दिलीप शाहू है, जिसकी हत्या उसके साले गणेश साहू व उसके साथियों पियूष लिल्लारे और आकाश लिल्लारे ने मिलकर की.
दिलीप साहू अपराधिक प्रवृत्ति का था और इसके पहले भी उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है. साल 2015 में उसकी शादी बस्ती में ही रहने वाली एक युवती से हुई थी. हालांकि एक साल बाद ही उनके संबंधों में दरार आ गई और तब से वह अपने मायके में रहने लगी. साल 2016 में दिलीप हत्या के एक मामले में जेल गया था और बाद में जेल से छूटकर बाहर आया था. तब से ही उनके परिवार में आपस में झगड़ा शुरू थे.
बीती रात दिलीप साहू अपने दोस्त पीयूष सोनटके के साथ उसकी गाड़ी पर बैठकर घर आ रहा था. इस दौरान बस्ती में गाड़ी तेज गति से चलाने की बात को लेकर उनका आरोपी गणेश साहू और उसके दोस्तों के साथ झगड़ा हो गया. इस झगड़े में साल गणेश ने अपने ही जीजा दिलीप साहू को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद उनका आपस में वहीं पर विवाद हुआ. इसी विवाद में पीयूष सोनटके ने रामटेके नगर मे रहने वाले अपने 6 से 7 अन्य दोस्तों को फोन मदद के लिए बुलाया.
आधे घंटे के बाद फिर इन सब का आपस में झगड़ा हुआ और इसी झगड़े में दोनों तरफ से ईंट पत्थर से मारपीट हुई. इस हमले में पीयूष सोनटके के सिर पर गंभीर चोट आई तो वहीं गणेश साहू ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपने जीजा दिलीप साहू पर तेज धार हथियार से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. इस घटना के बाद दोनों घायलों को इलाज के लिए मेडिकल अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान ही दिलीप साहू की मौत हो गई जबकि पीयूष सोनटके का मेडिकल अस्पताल में इलाज जारी है.
मृतक और आरोपी एक ही परिसर रहने के चलते सोमवार को पूरे परिसर में दहशत का माहौल रहा जिसके चलते अतिरिक्त पुलिस बंदोबस्त तैनात करना पड़ा. पुलिस ने हत्या के इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें गणेश साहू पियूष लिल्लारे और आकाश लिल्लारे का समावेश है. जबकि दूसरे गुट के खिलाफ हत्या का प्रयास और दंगा का मामला दर्ज किया है, जिसमें चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.