अकारीयों को दिए निर्देश
नागपुर समाचार : सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों द्वारा स्थापित की जाने वाली भगवान गणेश की बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए कोराडी में एक बड़े आकार के विसर्जन टैंक में व्यवस्था की गई है। गुरुवार को नागपुर मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी सहित नागपुर संयुक्त पुलिस आयुक्त अस्वति दोरजे ने यहां चल रही तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारीयों को कई निर्देश भी दिए।
उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार इस वर्ष भी नागपुर शहर की सभी झीलों में भगवान गणेश की पूजा पर पूर्ण प्रतिबंध है। इसके लिए शहर के सभी दस जोन के अंतर्गत विभिन्न हिस्सों में सभी झीलों को बंद कर 400 से अधिक कृत्रिम विसर्जन टैंकों की व्यवस्था की जा रही है। इन विसर्जन टैंकों में 4 फीट या उससे कम ऊंचाई की भगवान गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया जा सकता है। चार फीट से अधिक ऊंची मूर्तियों के विसर्जन के लिए कोराडी में एक विशाल तालाब का निर्माण किया गया है और वहां विसर्जन की व्यवस्था की गई है। इस वर्ष भी बड़ी मूर्तियों के विसर्जन की व्यवस्था कोराडी स्थित कृत्रिम तालाब में की जाएगी। प्रशासन ने आज इस विसर्जन स्थल पर श्रद्धालुओं की आवश्यक सुविधाओं और सुरक्षा की समीक्षा की।
मनपा आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी ने विसर्जन स्थल पर 3 क्रेन, पोकलेन, टिपर, वॉचटावर, ध्वनि प्रक्षेपण सुविधा, पूरे क्षेत्र और रास्ते में प्रकाश व्यवस्था के साथ स्वच्छता बनाए रखने के लिए अलग-अलग शिफ्ट में पूर्णकालिक सफाई कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया। विसर्जन टैंक के लिए. संयुक्त पुलिस आयुक्त अश्वती दोरजे ने विसर्जन के पूरे क्षेत्र और मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर और ड्रोन से भी निगरानी करने का निर्देश दिया।
कोलार नदी में भी निस्सारण की रोकथाम
नागरिकों ने कोराडी में कृत्रिम झील के पास कोलार नदी घाट पर भगवान गणेश की मूर्तियों का भी विसर्जन किया। हाईकोर्ट के निर्देशानुसार इस वर्ष कोलार नदी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। 4 फीट या उससे अधिक ऊंचाई की मूर्तियों का विसर्जन कोराडी स्थित कृत्रिम झील में और छोटी मूर्तियों के विसर्जन के लिए नदी के पास कृत्रिम विसर्जन टैंक की व्यवस्था की जाएगी। प्रशासन के माध्यम से अपील की गई है कि नागरिक भगवान गणेश की घरेलू मूर्तियों को इन कृत्रिम विसर्जन टैंकों में विसर्जित करें।