नागपुर समाचार : अक्सर मिजाज से सख्त समझनेवाली पुलिस ने सहृदयता का परिचय देकर न केवल एक बेघर को घर पहुंचाया बल्कि उसका इलाज करवा कर कपड़े, दवा, रुपए आदि की भी व्यवस्था स्वयं के पास से की। अंबाझरी पुलिस के थानेदार विनायक गोल्हे इस दया भाव की हर तरफ चर्चा हो रही है।
घटना कुछ इस प्रकार है ..
बाजी प्रभु चौक रामनगर के बस स्टॉप पर पिछले डेढ़ माह से एक 75 वर्षीय बेसहारा बुजुर्ग पड़े हुए थे। उनमें उठने की भी क्षमता नहीं थी। आस पास के ऑटो वाले उन्हें भोजन और पानी दे रहे थे। लेकिन उठ न पाने की वजह से वे सारा समय मल मूत्र में ही पड़े रहते। जानवरों की सेवा करने वाली शारदा बांगड़कर और ऑटो वाले शालिकराम सैनिक ने इन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए समाजसेविका किरण मुंदड़ा से संपर्क किया।
तब किरण मुंदड़ा ने अंबाझरी पुलिस थाने के वरिष्ठ इंस्पेक्टर विनायक गोल्हे से संपर्क कर उन्हें अस्पताल पहुंचाने का निवेदन किया। अंबाझरी पुलिस तुरंत गाड़ी लेकर पहुंची और उन्हें मेयो अस्पताल में एडमिट करवाया। जहां उनके सभी टेस्ट किए गए। सभी रिपोर्ट नॉर्मल आने पर उनका घर का पता निकाल कर पुलिस ने उन्हें उनके घर तक पहुंचा दिया। उनकी पत्नी और बेटे से पुलिस का आभार व्यक्त किया। नामदेव सीताराम हाड़ेकर गत 15 वर्ष तक दयनीय अवस्था में रह रहे थे। इन्हें घर परिवार के साथ देख कर सभी हर्षित हुए।
इस कार्य में पूर्व नगरसेवक संजय बंगाले, अंबाझरी थाने से अरुण वरठी (678) , एकनाथ पिदुरकर (HC 935), राजू तायडे (pc 693 ) ने सहयोग किया।