▪️ विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा में दटके की मांग
नागपुर समाचार : मध्य नागपुर के विधायक प्रवीण दटके ने मंगलवार को विधानसभा में नागपुर सुधार प्रन्यास को बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि शहर में दो विकास एजेंसियों की वजह से नागरिकों को परेशानी हो रही है. दटके राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर सुधार प्रन्यास को वर्खास्त करने का फैसला किया था. लेकिन बाद में महाविकास आघाड़ी की सरकार ने इसे लागू नहीं किया.
नागपुर शहर में दो-दो विकास एजेंसियां होने की वजह से नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ती है. ऐसे में सरकार को इस सत्र में ही नागपुर सुधार प्रन्यास को बर्खास्त करने की घोषणा करनी चाहिए, उन्होंने कहा कि महानगर सीमा के बाहर 25 किलोमीटर के क्षेत्र में एनएमआरडीए काम कर रहा है ऐसे में एनआईटी की आवश्यकता नहीं है. दटके ने वाराई समाज के लिए पूर्ण महामंडल बनाने, पान को फसल का दर्जा देने, नागपुर में कृषि विद्यापीठ स्थापित करने की भी मांग की.
संत कोलबा स्वामी हलबा महामंडल की मांगा
विधानसभा में अपने पहले ही संबोधन में प्रवीण दटके ने हलबा समाज के लिए संत कोलबा स्वामी हलवा आर्थिक विकास महामंडल का गठन करने की मांग की. इससे समझ के युवाओं को बुनकर व्यवसाय बढ़ाने में मदद होगी. उन्होंने कहा कि नागपुर में सूत मिल के कर्मचारियों को बकाया 50 करोड़ भी दिया जाना चाहिए. हथकरघा महामंडल कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग का बकाया दिया जाना चाहिए.
आदिवासी थीम पार्क में बिरसा मुंडा की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित करने की भी मांग उन्होंने की. दटके ने कहा कि मनपा में राज्य सरकार ने संपत्ति कर सहित अन्य करों के लिए अभय योजना शुरु करने की अनुमति दी है. इसे 31 मार्च 2025 तक आगे बढ़ाने के अनुमति दी जानी चाहिए. उन्होंने नागपुर में महानगरपालिका के प्लॉट को फ्री होल्ड करने की भी मांग की.