■ संदीप जोशी, दयाशंकर तिवारी, जयप्रकाश गुप्ता, बंटी कुकड़े, विक्की कुकरेजा के नाम चर्चा में
नागपुर समाचार : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले तथा प्रवीण दटके के विधानसभा सदस्य चुने जाने के कारण जल्द ही नागपुर से २ नए विधान परिषद चुने जाएंगे और इसके लिए अभी से फिल्डिंग लगनी शुरू हो गई है। बावनकुले तथा दटके की जगह नागपुर से विधायक बनने के लिए पूर्व महापौर संदीप जोशी, जयप्रकाश गुप्ता, प्रवीण दटके, दयाशंकर तिवारी, बंटी कुकड़े तथा विक्की कुकरेजा ने जोर लगाना शुरू कर दिया है। भाजपा में चूंकि अंतिम समय में चमत्कारिक फैसले लेने की परंपरा रही है, इसके चलते किसी अन्य का नाम भी सामने आ सकता है लेकिन फिलहाल तो इन ६ नामों की ही सबसे ज्यादा चर्चा है।
बावनकुले चूंकि अब मौदा कामठी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुन लिए गए हैं इसलिए उनकी विधान परिषद की सदस्यता समाप्त हो गई है। इसी प्रकार प्रवीण दटके मध्य नागपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से से चुने जाने के कारण उनकी विधान परिषद सीट भी खाली हो गई है। यह कारण है कि नागपुर से २ नए विधान परिषद सदस्य बनेंगे फिर वे भले ही कुछ समय के लिए क्यों न हों। इसी के लिए लॉबिंग शुरू हो गई है।
सबसे ज्यादा नाम संदीप जोशी का चर्चा में है। विगत विधानसभा चुनाव में उन्होंने पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बीदवार के रूप में अपना दावा मजबूती से पेश किया था, लेकिन उनकी जगह पार्टी ने सुधाकर कोहले को उम्मीदवार बना दिया। पश्चिम नागपुर से नितिन गडकरी के करीबी माने जाने वाले जयप्रकाश गुप्ता का नाम भी चला था। पश्चिम नागपुर से ही दयाशंकर तिवारी ने भी दावा ठोंका था। दयाशंकर तिवारी हिन्दीभाषियों का प्रतिनिधित्व करते हैं और शहर में हिन्दीभाषी मतदाताओं की संख्या लाखों में है। अधिकांश हिन्दीभाषी भाजपा के समर्थक हैं। बताते हैं कि भाजपा नेताओं ने उस समय दोनों को भविष्य में बड़ी जिम्मेदारी देने का आश्वासन देकर समझा लिया था। जयप्रकाश गुप्ता कांग्रेस छोड़कर वर्षों पहले भाजपाई हुए हैं लेकिन उन्हें भाजपा की ओर से अब तक कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई है। अब यह बड़ी जिम्मेदारी विधान परिषद की सदस्यता के रूप में भी हो सकती है या फिर किसी महामंडल के अध्यक्ष के रूप में भी।
भाजपाध्यक्ष के विधायक बनने की परंपरा
शहर में वर्षों से यह परंपरा चलती आई है कि जो भी भाजपाई शहर भाजपा का अध्यक्ष रहता है, वह भविष्य में विधायक बन जाता है। इसके लिए कुछेक अपवाद हो सकते हैं लेकिन इसी परंपरा के अनुरूप वर्तमान शहर भाजपा अध्यक्ष बंटी कुकड़े भी विधायक बनने के दावेदारों में शामिल हैं। दक्षिण नागपुर के विधायक मोहन मते उनके लिए जोर लगा सकते हैं। बंटी कुकड़े भाजयुमो भी संभाल चुके हैं। युवा कुकड़े को भी पार्टी की ओर से भविष्य में महती जिम्मेदारी मिल सकती है।
सिंधी समाज के युवा नेता विक्की कुकरेजा भी विधान परिषद सदस्य बनने के लिए वर्षों से प्रयास कर रहे हैं। उन्हें देवेंद्र फड़णवीस का करीबी माना जाता है। सिंधी समाज को प्रतिनिधित्व देने के मामले में विक्की कुकरेजा को मौका मिल सकता है।
बाकी भाजपाइयों का क्या ?
फिलहाल विधान परिषद सदस्य बनने के मामले में ५ लोगों के नाम भले ही चल रहे हों लेकिन वर्षों से पार्टी के साथ ईमानदारी से जुड़कर पार्टी की निष्ठापूर्वक सेवा करने वालों का क्या ? इनमें भाजपा की ओर से कई नाम हैं जिन्हें अब तक राज्य स्तर पर कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी गई है। इनमें गिरीश देशमुख, संदीप जाधव, संजय भेंडे, प्रमोद पेंडके, प्रकाश तोतवानी, सुरेश भोयर जैसे कई नाम शामिल हैं। गिरीश देशमुख भाजपा के साथ जड़ से जुड़े हुए हैं। संघ के साथ कार्य कर चुके हैं। मनपा में कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं लेकिन हर बार उनका विनम्र स्वभाव उन्हें बड़े पद से दूर रखता आया है।