■ राज्य सरकार ने संरक्षक मंत्रियों की पहली सूची जारी की
नागपुर समाचार : राज्य सरकार ने संरक्षक मंत्रियों की अपनी पहली सूची जारी की है, जिसमें विभिन्न जिलों के लिए महत्वपूर्ण कार्यभारों की रूपरेखा दी गई है। चंद्रशेखर बावनकुले को नागपुर और अमरावती का पालक मंत्री नियुक्त किया गया है, जो राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है। इस घोषणा में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को पुणे और बीड का प्रभार सौंपा गया है, जबकि धनंजय मुंडे जैसे उल्लेखनीय बहिष्कारों ने नई चर्चाओं को जन्म दिया है। उल्लेखनीय रूप से, मंत्री धनंजय मुंडे को पालक मंत्रियों की सूची से बाहर रखा गया है।
मुख्य नाम:
– गढ़चिरौली जिला: मुख्यमंत्री पालक मंत्री के रूप में देखरेख करेंगे।
– पुणे और बीड: उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कार्यभार संभाला।
– मुंबई शहर और ठाणे: एकनाथ शिंदे को पालक मंत्री की भूमिका सौंपी गई।
– नागपुर और अमरावती: चंद्रशेखर बावनकुले को पालक मंत्री नियुक्त किया गया।
– छत्रपति संभाजीनगर: संजय शिरसाट जिम्मेदारियां संभालेंगे।
– जालना: पंकजा मुंडे द्वारा प्रबंधित।
मुंबई उपनगरीय जिला: आशीष शेलार को पालक मंत्री नियुक्त किया गया, जबकि मंगलप्रभात लोढ़ा को सह-संरक्षक मंत्री बनाया गया।
प्रमुख चूक और परिवर्तन:
खेल मंत्री दत्तात्रेय भरणे को कोई पालक मंत्री या सह-संरक्षक मंत्री की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
मंत्री धनंजय मुंडे को भी पालक मंत्री के रूप में कोई जिला जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
दादा भुसे और माणिकराव कोकाटे को लेकर पहले की चर्चाओं के बावजूद नासिक के पालक मंत्री का पद गिरीश महाजन को आवंटित किया गया है। उल्लेखनीय रूप से, दादा भुसे को किसी भी जिले के संरक्षक मंत्री की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है, जिससे नई राजनीतिक अटकलें शुरू हो गई हैं।
पालक मंत्री की भूमिकाओं में इस फेरबदल ने महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है, राजनीतिक हलकों में भविष्य के शासन और नेतृत्व की गतिशीलता के निहितार्थों पर चर्चा हो रही है।