नागपुर समाचार : एक दुखद घटना में, बुधवार, 22 जनवरी, 2025 की तड़के धोंडगांव के पास समुद्रपुर-गिराड राजमार्ग पर एक अज्ञात वाहन ने चार महीने के बाघिन शावक को टक्कर मार दी।
बाघिन के बच्चे के शव को गिरद फॉरेस्ट इंस्पेक्शन हट ले जाया गया, जहां राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुपालन में पोस्टमार्टम किया गया। फिर शवों का उचित प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी और वन्यजीव विशेषज्ञ मौजूद थे, जिनमें उप वन संरक्षक हरवीर सिंह, सहायक वन संरक्षक (तेंदु और वन्यजीव) अमरजीत पवार, एनटीसीए प्रतिनिधि बंडू धोत्रे और पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण तुराले, डॉ. योगेश राघोर्ते, डॉ. कल्याणी लोथे और डॉ. ज्योति चव्हाण शामिल थे। इस अवसर पर मानद वन्यजीव वार्डन कौशल मिश्रा, संजय इंगले तिगावकर, पीएफए प्रतिनिधि कौस्तुभ गावंडे, वन रेंज अधिकारी रूपेश खेडकर, सहायक वन अधिकारी राजू धनवीज, प्रभाकर नेहारे और वन रक्षक पांडुरंग बेले, समीर वाघ और लोमेश गोहाने भी मौजूद थे।
यह घटना वन क्षेत्रों को जोड़ने वाले राजमार्ग गलियारों में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए अधिक उपाय किए जाने की आवश्यकता को उजागर करती है।