▪️ पहले ही दिन से रहेगी सक्रियता
नागपुर समाचार : महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा से संबंधित सभी तैयारियां पूरी की जा रही हैं। मंगलवार को नागपुर जिले के केंद्र संचालकों को गोपनीय सामग्री का वितरण किया गया। अब सप्ताहभर के भीतर विभाग के सभी जिलों में सामग्री पहुंचा दी जाएगी। इस बीच परीक्षा को नकल मुक्त बनाने और किसी भी अनुचित घटना पर निगरानी के लिए हर जिले में ९ उड़न दस्ते तैनात किए जाएंगे जो पहले ही दिन से केंद्रों पर दस्तक देंगे। बोर्ड की परीक्षा नजदीक आते ही छात्रों के दिल की धड़कनें बढ़ने लगी हैं। इन दिनों छात्र विषयों के रिवीजन में लगे हैं। साथ ही प्रैक्टिकल परीक्षा भी दे रहे हैं। परीक्षा के दौरान केंद्र में लगने वाली सामग्री के वितरण का सिलसिला मंगलवार से शुरू हो गया। जिले के सभी केंद्र संचालकों को सामग्री दे दी है।
परीक्षा के दौरान नकल सहित अन्य अनुचित घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए हर जिले में ९ उड़न दस्ते तैनात किए जाएंगे। इस संबंध में जिलाधिकारी द्वारा अन्य विभागों को निर्देश देकर दस्तों को तैनात किया जाएगा। दस्तों की नजर नकलची केंद्रों पर होगी। शुरुआत में भले ही भाषा विषय के पेपर हों लेकिन दस्तों को पहले ही दिन से तैनात करने के निर्देश दिये हैं। कुछ जगह बैठा पथक भी तैनात रहेगा। इस बार बोर्ड ने संवेदनशील केंद्रों पर पर्यवेक्षक व संचालकों की अदला-बदली की है। इससे नकल रोकने में मदद मिल सकेगी।
बोर्ड ने अपनी एक हेल्पलाइन भी तैयार की है। इस हेल्पलाइन से छात्रों का मार्गदर्शन किया जाएगा, साथ ही केंद्र संचालक बोर्ड अधिकारियों से सीधे संपर्क कर सकेगा। पेपर लीक जैसी घटनाओं पर अंकुश के लिए इस बार विशेष इंतजाम किये गये हैं। पर्यवेक्षकों को भी केंद्र में मोबाइल बंद रखने को कहा गया है। १०० मीटर की परिसर में सभी झेराक्स, मोबाइल – सेंटर को परीक्षा के दौरान बंद रखने के निर्देश प्रशासन ने दिए गए हैं।
अब अन्य जिलों में जाकर वितरण किया जाएगा। इस बार बोर्ड ने नकल विरोधी मुहिम को पुख्ता बनाने के लिए कमर कस ली है। लगभग ६०-७० फीसदी केंद्रों में सीसीटीवी लगाए गए हैं। बोर्ड ने सभी केंद्रों को सीसीटीवी का रिकॉर्ड महीनेभर तक संग्रहित रखने के निर्देश दिये हैं, ताकि किसी भी गड़बड़ी को पकड़ा जा सके। साथ ही जिन केंद्रों पर सीसीटीवी की सुविधा नहीं हैं, वहां केंद्र संचालकों से कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है।