नागपुर समाचार : विदर्भ में उद्योगों को बढ़वा देने और निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एडवांटेज विदर्भ की शुरुआत की गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की संकल्पना से शुरू हुए इस उपक्रम के दूसरे संस्करण का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा किया गया। इस दौरान देश और दुनिया के कई बड़े उद्योगपति शामिल हुए। जहां सभी ने कार्यक्रम की सराहना की और विदर्भ में किये जा रहे निवेश की जानकारी भी साझा की।
विदर्भ प्राकृतिक संसाधनों ने संपन्न क्षेत्र है। लेकिन उद्योग के मोर्चे पर क्षेत्र लगातार पिछड़ा रहा है। विदर्भ के लोग नौकरी और रोजगार के लिए राज्य के अन्य शहरों में जाते हैं, जिसके कारण पलायन भी बड़ी समस्या बनकर उभरा है। क्षेत्र में उद्योगों को बढ़ावा देने और पलायन की समस्या को रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अडवांटेज विदर्भ उपक्रम शुरू किया। जिसके माध्यम से देश और दुनिया भर के उद्योगपतियों को विदर्भ में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
शुक्रवार को अडवांटेज विदर्भ के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया गया। शहर के नागपुर विश्वविद्यालय के महात्मा ज्योतिबा फुले परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस दौरान देश सहित दुनिया भर के कई उद्योगपति शामिल हुए। जिसमें जेएसडब्लू प्रमुख सज्जन जिंदल और एचसीएल की रौशनी नाडर मल्होत्रा भी शामिल रही।
सिंधी पोर्ट के पास बनेगा मल्टीमॉडल हब और उद्योगिक क्लस्टर
कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि, विदर्भ के सभी जिलों अपने आप में अनोखे हैं। गडचिरोली ने जहां खनिज है, वहीं यवतमाल-अमरावती में कपास है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, हम नागपुर को लॉयस्टिक हब के रूप में विकसित कर रहे हैं। नागपुर और वर्धा जिले की सीमा पर हमने सिंधी ड्राई पोर्ट बनाया है। वहीं उसी से जोड़कर 2400 करोड़ की लागत से मल्टीमॉडल हब और उद्योगिक क्लस्टर बनाया जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने गडचिरोली से रायपुर के बीच एक्सप्रेस-वे बनाने की बात भी कही।
विदर्भ आज नई उड़ान भर रहा
विदर्भ निवेशकों के लिए प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। बड़ी संख्या में निवेश यहाँ किया जा रहा है। दावोस में 15 लाख करोड़ का जी निवेश आया है उसमें से पांच लाख करोड़ का निवेश केवल विदर्भ में होने वाला है। जिसमें देश और दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियां शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, सोलर बैटरी से लेकर इमर्जिंग टेक्नोलॉजी के तहत वाली कंपनियां विदर्भ में निवेश करने वाली है। गडचिरोली हो, अमरावती हो या नागपुर तमाम जिलों में निवेश लगातार बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, विदर्भ आज नई उड़ान भर रहा है।
गडचिरोली को स्टील सिटी बनाने में हुए कामयाब
एडवांटेज विदर्भ जैसा उपक्रम राज्य के अन्य हिस्सों में भी किया जाना चाहिए। इससे न केवल क्षेत्र में उद्योग आएंगे बल्कि वहां का विकास होगा। गडचिरोली में आ रहे निवेश को लेकर बोलते हुए उदय सामंत ने कहा कि, दो साल पहले मैंने कहा था गडचिरोली देश का स्टील सिटी बनेगी। आज वह पूरा होता दिखाई दे रहा है। उद्योग मंत्री ने सभी उद्योगपतियों को विदर्भ में निवेश करने के लिए जहां धन्यवाद किया और किसी भी तरह की समस्या नहीं होने का भरोसा भी दिया।
गडचिरोली में दुनिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट
उद्योगपति नविन जिंदल ने इस दौरान बोलते हुए कहा कि, विदर्भ देश का जल्द ही विकसित क्षेत्र बनने वाला है। हमने दावोस में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ समझौता किया और जिसके तहत आने वाले कुछ वर्षो हम विदर्भ के अंदर तीन लाख का निवेश करेंगे। जिंदल ने आगे कहा कि, नागपुर के बुटीबोरी में जहां हम बैटरी के सेल बनाने के लिए उद्योग स्थापित कर रहे हैं, वहीं गडचिरोली में हम दुनिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट स्थापित करेंगे। जिसकी सालाना क्षमता 25 मिलियन टन होगी। एक लाख करोड़ की लगत से हम यह स्टील लगाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि, जेएसडब्लू केवल मोटा लोहा बनाएगा और बाकी काम अन्य कंपनियों के माध्यम से करेगा।