▪️ धार्मिक वाक्य लिखे होने की बात को बताया झूठा
नागपुर समाचार : नागपुर के महल परिसर में कल हुई हिंसा के बाद मंगलवार को विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल ने प्रेस कांफ्रेंस कर, छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के सामने स्थित मस्जिद के मौलवियों और इस हिंसा में शामिल सभी दंगाईयों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने की मांग की।
हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि महल में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के सामने स्थित मस्जिद से आवाहन कर, लोगों को इकठ्ठा किया गया, जिसके बाद वहां भीड़ जमा हुई और सुनियोजित तरीके से हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाया गया।
वहीं, विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल ने अपने प्रदर्शन के दौरान औरंजेब की प्रतिकात्मिक तस्वीर के साथ जलाए गए हरे रंग के कपड़े पर कुछ धार्मिक नारे या आयत के लेखे होने के दावे को झूठा बताया। उन्होंने कहा कि यह बात सिर्फ अफवाह फैलाने और दंगा भड़काने की भावना से किया गया था। इस बात में कोई सच्चाई नहीं थी।
हिंदू संगठनों ने कहा है आगे चलकर औरंगजेब से समर्थित कृत्यों पर किसी से कोई भी समझौता नहीं होगा। बजरंगदल की भूमिका है कि सरकार जल्द से जल्द औरंगजेब की कब्र को हटाए और दंगे में शामिल लोगों पर एनएसए लगाए।