गोंदिया : जब गोंदिया जिले में रेत घाटों की नीलामी नहीं की गई, तो बड़ी मात्रा में रेत को पंप करके परिवहन किया जा रहा है। इससे पर्यावरण सहित सरकारी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। जिला प्रशासन को रेत चोरी मामले में कई शिकायतें भी मिलीं। अब जिला प्रशासन बालू तस्करों को पकड़ने के लिए जिले में बालू घाटों पर बालू चोरी पर अंकुश लगाने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल करेगा। अधिकारियों की मौजूदगी में गोंदिया तालुका के डांगुरली और तेधवा घाटों पर गुरुवार 3 दिसंबर को प्रदर्शन किया गया। इस पहल का निरीक्षण अपर जिलाधिकारी राजेश खवाले ने किया। खवाले ने यह विश्वास भी जताया कि इससे रेत की चोरी पर अंकुश लगेगा।
गुरुवार को रेत की चोरी पर अंकुश लगाने के लिए गोंदिया तालुका के डांगुरली और तेधवा घाटों पर एक कैमरा लगाया गया था। हालांकि, तलाशी में रेत चोरी करने वाला कोई वाहन नहीं मिला। रात में भी अभियान चलाया जाएगा। इसलिए प्रशासन को भरोसा है कि रेत चोरी के मामले उजागर होंगे। दद्दन कैमरे में रेत चोरी करते और परिवहन करते पाए गए वाहनों को उप-क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी गोंदिया द्वारा जब्त किया जाएगा। ऐसे वाहनों का पंजीकरण भी रद्द कर दिया जाएगा। रेत चोरी के मामले में शामिल इस्मा के खिलाफ भी कैमरा फुटेज के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। अतिरिक्त कलेक्टर राजेश खवाले, राजस्व सहायक किशोर राठौर और विभाग के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रदर्शन में भाग लिया। प्रशासन को भरोसा है कि ड्रोन निरीक्षण से रेत चोरी के मामलों पर अंकुश लगेगा।