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नागपुर : दिव्यांग वर्षा-समीर का धूमधाम से हुआ विवाह

नागपुर : पुलिस लाइन टाकली के सद्भभावना हाल में वातावरण बेहद पारिवारिक व स्नेहमय और उत्सव भरा था. अवसर था अनाथ दिव्यांग वर्षा व समीर के परिणय उत्सव का. समाजसेवक शंकरबाबा पापडकर की मानस कन्या वर्षा और मानस पुत्र समीर की शादी की जिम्मेदारी खुद गृह मंत्री अनिल देशमुख ने वर्षा के पिता के रूप में कन्यादान कर निभाई. समीर के पिता के रूप में जिलाधिकारी रवीन्द्र ठाकरे व उनकी पत्नी जोत्सना ठाकरे ने सारे रस्म पूरे किये. बारात का स्वागत अनिल देशमुख ने किया और वर्ष की डोली भी उन्होंने ठाकरे के साथ उठाई. देशमुख व उनकी पत्नी आरती देशमुख ने वर्षा का कन्यादान किया. पूरा परिसर किसी राजवाड़े से कम नहीं लग रहा था.

इस समारोह में पालक मंत्री नितिन राऊत ने वर-वधु को भावी खुशहाल जीवन के लिए आशीर्वाद दिया. प्रभाकरराव वैद्य, सांसद कृपाल तुमाने, सरसंघचालक मोहन भागवत, विधायक विकास ठाकरे, मोहन मते, विकास कुंभारे, अनिस अहमद, रणजीत देशमुख, रमेश बंग, सतीश चतुर्वेदी, दत्ता मेघे, गिरीश गांधी, माधुरी चिडके-वैद्य, सलील देशमुख, सीईओ योगेश कुंभेजर व सभी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

वर्षा-समीर ने जब शादी की इच्छा जताई तो पापडकर ने गृह मंत्री को बाल आश्रम के दौरे के दौरान जानकारी दी थी. तब उन्होंने वर्षा के कन्यादान की जिम्मेदारी खुद ली थी. पिछले तीन दिनों से उनके व जिलाधिकारी के घर पर वर्षा व समीर की शादी की रस्में आयोजित की जा रही थी.शनिवार को हल्दी की रस्म पूरी गई थी. उसके बाद काफी धूमधाम से व आलीशान तरीके से दोनों का विवाह उत्सव आयोजित किया गया. पापड़कर द्वारा इस दिव्यांगों का यह 24वां विवाह है.

स्टेशन में मिली थी लावारिस : 23 वर्ष पूर्व नागपुर के रेलवे स्टेशन में वर्षा लावारिस अवस्था में मिली थी. पुलिस ने उसे अमरावती के वझ्झर स्थित स्वर्गीय अंबादासपंथ वैद्य मतिमंद, मूकबधिर अनाथालय के सुपुर्द कर दिया था. समाजसेवी शंकरबाबा पापड़कर ने उसे अपना नाम देकर मानस पुत्री बना लिया.उसे शिक्षित कर स्वावलंबी बनाया. इसी तरह डोंबिवली में लावारिस स्थिति में 2 वर्ष का बालक समीर मिला था. उसे भी पापडकर के अनाथालय में सौंपा गया. उन्होंने उसे भी सातवीं कक्षा तक की पढ़ाया और नौकरी लगवा दी. समीर अपने पैरों पर खड़ा हुआ तो उसने वर्षा से विवाह करने की इच्छा जताई. दोनों का परिवार बसाने के लिए उनके लिए स्वतंत्र घर की व्यवस्था भी पापडकर ने ही की. यह जोड़ी अब जीवनसाथी बन गई है. दोनों के चेहरों में खुशियां दमक रही थी.

 

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