महाराष्ट्र के किसानों के पास अपार संभावनाएं, टेक्नोलॉजी का उपयोग कर उत्पादन बढ़ाना होगा : श्री नितिनजी गडकरी
नागपुर समाचार : दुनिया और भारत में मांग की तुलना में अनाज, मसाले, बाम्बू, दूध, डेयरी उत्पाद, अनाज और मत्स्य की आपूर्ति बेहद सीमित है। उत्पादन बढ़ाने भर से यह कमी पूरी नहीं की जा सकती। महाराष्ट्र के किसानों के पास इन सभी क्षेत्र में आगे जाने के अपार अवसर है, जिसका युवकों और किसानों को लाभ उठाना चाहिए।
सोमवार को केंद्रीय मंत्री श्री नारायण राणे ( सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रायल, भारत सरकार) ने एग्रोविजन को भेट दी उन्होंने नितिन गडकरीजी के साथ एग्रोविजन के सभी स्टॉल पर जाकर जानकारी हासिल की उनके आगमन से सभी किसान भाई बंधुओ में भारी उत्साह देखने को मिला। श्री नारायण राणे ने एग्रोविजन की सराहना करते हुए इस प्रदर्शनी को किसानों के लिए उपयोगी बताते हुए किसानों को नई तकनीक सिख कर खेती करने का आग्रह किया।
मध्य भारत की सबसे बड़ी एग्रोविजन राष्ट्रीय प्रदर्शन का सोमवार 27 दिसम्बर को केंद्रीय मंत्री मा. श्री नितीनजी गडकरी की उपस्थिति में समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में वर्धा के खासदार श्री रामदासजी तडस, श्री आनंदराव राउत, एग्रोविजन संगठन सचिव रवि बोरटकर और रमेश मानकर उपस्थित थे। रेशमबाग मैदान पर चार दिन चली प्रदर्शनी में लाखों किसानों ने भेंट दी। आर्थिक व्यवहार की जानकारी, तकनीक और कृषि विपणन क्षेत्र से संबंधित जानकारियों का लेन-देन बड़े पैमाने पर किया।
400 से अधिक स्टाल्स धारकों ने लिया लाभ
प्रदर्शनी में 5 से अधिक बड़े डोम में छोटे-बड़े 400 से अधिक स्टॉल्स धारकों ने एग्रोविजन का लाभ लिया। प्रदर्शनी में कपास, फूल खेती, चंदनखेती, मत्स्यपालन, रेशम खेती, जलयुक्त शिवार, संतरा प्रक्रिया, रसायनों का उपयोग, वित्त सहायता, डिजिटल पेमेंट सहित लगभग 28 से ज्यादा विविध विषयों पर कार्यशाला ली गई।
नागपुर के अलावा विदर्भ, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, हरियाणा, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के किसानों ने बड़े पैमाने पर उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यशाला में 60 से अधिक वक्ताओं ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में खेती विषय से संबंधित जिन विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया, उनकी सूचनाएं संंबधित मंत्रालय को भेजी जाएंगी। एग्रोविजन के संगठन सचिव रमेश मानकर ने सबका आभार माना।