डाकघर मुख्यालय दिल्ली योजना में शामिल नागपुर के नागरिक को जमा राशि लौटने में आनाकानी कर रही, महीनों से तकनीकी त्रुटियां निकाल राशि हजम करने की कोशिश कर रही
नागपुर समाचार : भाग-दौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को अपने भविष्य की चिंता रहती है। बुढ़ापे में आमदनी के स्रोत को लेकर लोग तमाम जुगत करते हैं। ऐसे ही लोगों के लिए केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरुआत की।कामगारों, गरीब, शोषित वर्ग के सुरक्षित भविष्य के लिए शुरी की गई अटल पेंशन योजना लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है। इसका प्रमाण है कि मार्च 2022 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन ने 4.01 करोड़ के आंकड़े को पार कर लिया है।
दूसरी ओर जब जमा राशि लौटाने की बारी आती हैं तो दिल्ली स्थित डाकघर मुख्यालय के वरिष्ठ पोस्टमॉस्टर काफी अड़चनें देकर नागपुर के एक नागरिक का जमा राशि हजम करने की कोशिश कर योजना का बंटाधार कर रही इस हरकत से सम्पूर्ण देश के डाकघरों के मार्फत उक्त योजना में भाग याद रहे कि नागपुर की एक महिला (PRAN NO. – 500114763648) ने अटल पेंशन योजना में भाग लिया, वर्ष 2017 से नियमित सालाना 2 किश्तों में लगभग 13 से 14 हज़ार रूपए भर रही थी, ताकि उसे 60 वर्ष बाद मासिक पेंशन 5-5 हज़ार रूपए मिल सके. लेकिन अचानक 2021 के सितम्बर माह में उसका निधन हो गया. तो उसके परिजन ने नागपुर GPO में उसकी सूचना देकर योजना से दूर होने और जमा राशि प्राप्ति के लिए आवेदन किया।
जिसे 6 माह बीत जाने के बाद नागपुर GPO और दिल्ली स्थित पोस्ट ऑफिस मुख्यालय आजतक उस महिला की जमा राशि नहीं लौटाई।इस दरम्यान महिला और उसके परिजन से जुडी सभी कागजाते और प्रमाणपत्र की बारमबार मांग कर उसमें नाना प्रकार से तकनिकी खोट निकाल कर उक्त महिला के परिजन को काफी परेशान कर रखे हैं।
इस सम्बन्ध में नागपुर GPO से संपर्क करने पर वे वरिष्ठ पोस्ट मास्टर दिल्ली स्थित पोस्ट ऑफिस मुख्यालय से संपर्क करने का निर्देश देकर रुखा व्यवहार कर रहे. तो दिल्ली स्थित पोस्ट ऑफिस मुख्यालय वरिष्ठ पोस्टमॉस्टर के मेल द्वारा संपर्क करने पर कोई जवाब नहीं दे रहे. नतीजा उक्त महिला के परिजन का एक और सदस्य जो APY में भाग लिया था, वह भी योजना से दूर होने के लिए आवेदन करने का मानस बना लिया है।
दिल्ली स्थित पोस्ट ऑफिस मुख्यालय वरिष्ठ पोस्टमॉस्टर के उक्त प्रकार के रवैये से क्षुब्ध होकर सम्पूर्ण देश के सैकड़ों लोगो ने उक्त योजना से दूर जाने के लिए आवेदन करने की जानकारी मिली हैं. यूँ ही क्रम जारी रहा तो योजना का जल्द ही बंटाधार होना तय हैं।
उल्लेखनीय यह है कि योजना को सफल बनाने के लिए सभी शहरों के स्थानीय डाकघरों ने नागरिकों से लुभावने वादे कर जैसे तैसे आवेदन जमा करवा लिए, अब और नियमित उनसे मासिक/छ:माही/सालाना किश्त वसूलते रहे. जब अब जमा राशि देने की बारी आई तो उसी से उसके होने या उसे परिजन के सत्यता का प्रमाण मांगने के नाम पर धक्के खिला रहे हैं।
जबकि कागजातों की पड़ताल बाद रकम लौटाने का क्रम शुरू रखते तो आज सकारात्मक सन्देश जाता और योजना में भाग लेने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा देखने को मिलता। लेकिन दिल्ली स्थित पोस्ट ऑफिस मुख्यालय वरिष्ठ पोस्टमॉस्टर इस ओर ध्यान न देकर योजना का बंटाधार करने में मदमस्त हैं।