‘नि:स्वार्थ ममता का स्पर्श’ तथा ‘तनाव रहित परीक्षा’ का सफल आयोजन
नागपुर समाचार : विदर्भ हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अंतर्गत कार्यक्रम ‘नि:स्वार्थ ममता का स्पर्श’ तथा कार्यशाला ‘तनाव रहित परीक्षा’ का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की संयोजिका उड़ान संयोजिका पूनम तिवारी तथा सह-संयोजिका शशि तिवारी थी।
कार्यशाला विशेषज्ञ हर्षा खोबरागड़े ने तनाव रहित परीक्षा पर सभी सदस्यों का सफल मार्गदर्शन किया तथा जिम्मेदारियों के प्रति अभिभावकों की लापरवाही एवम बच्चो से जरूरत से ज्यादा अपेक्षाओं पर अभिभावकों का ध्यान केंद्रित किया। साथ ही छठी इंद्रिय जागृत किए हुए विद्यार्थियों द्वारा दर्शाए गए प्रस्तुति से सभी सदस्य आश्चर्यचकित रह गए। जब देखा आँख पर पट्टी बांधकर हाथों और पैरो के स्पर्श द्वारा भी पढ़ना संभव है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थी एम.बी.कान्वेंट स्कूल की मुख्याध्यापिका सुष्मिता गंगवानी। जीवन में उड़ान की लालसा तथा लालसा की पूर्ति के लिए सही दिशा का चयन जरूरी है अपने विचार एक कहानी के माध्यम से सुष्मिता जी ने सांझा किए।
कार्यक्रम के अंतर्गत प्रतियोगिता ‘वो अनोखा एहसास’ में सखियों ने ममता के अनोखे भाव की भावप्रवाह करके सदन को भावविभोर किया। ममता के अनेकों रूप को दर्शाया किसी ने यशोदा के रूप को, तो किसी ने वीरपुत्रों की माताओं को, किसी ने सांस माँ की ममता, तो किसी ने अपनी बेटी में ममता का मर्म स्पर्श किया।
इस प्रतियोगिता की प्रथम विजेता थी प्रिया सिन्हा। द्वितीय स्थान पर रही कविता खेमके तथा तृतीय स्थान की विजेता रही संतोष बुद्धिराजा। इसके अलावा मंजू कारेमोरे, माधुरी मिश्रा ‘मधु’, उमा हरगन, मीरा जोगलेकर, जया पर्सवान, सुमन अनेजा, संगीता पांडे ने माँ को समर्पित अपने भाव व्यक्त किए। सभी प्रतिभागियों को टीम उड़ान के सदस्यों द्वारा उपहार देकर सम्मानित किया गया।
गायिका आयूषी मिश्रा जी ने गीत ‘तुझे सब है पता’ तथा माई तेरी चुनर की प्रस्तुति से उपस्थित जनो की आँखे नम कर दी।
गायिका विद्या बोरकर ने महाराष्ट्र दिवस को समर्पित मराठी लिबास नववारी साड़ी में, मराठी भाषा में माँ को समर्पित गीत की प्रस्तुति देकर सबका मन जीत लिया। साथ ही हिन्दी गीत ‘तु कितनी अच्छी है तु कितनी प्यारी है’ गीत से सदन को भाव विभोर कर दिया।
आठवी कक्षा की ऐश्वर्या चावला ने ममता को समर्पित शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी।
प्रतीक्षा चौरसिया ने वीर माताओं को समर्पित ‘लुका छिपी बहुत हुई’ नृत्य की प्रस्तुति दी।
संयोजिका मीनू भटटड ने स्मृति चिन्ह देकर मुख्य अतिथि सुष्मिता गंगवानी जी का स्वागत किया।
टीम उड़ान की सदस्या धारणा अवस्थी जी ने कार्यशाला विशेषज्ञ हर्षा खोबरागड़े जी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि का परिचय टीम उड़ान की सदस्या मिनी बिजू ने दिया।कार्यशाला विशेषज्ञ का परिचय संयोजिका मीनू भटटड ने दिया। ललिता कोठारी ने आभार व्यक्त किया। संयोजिका पूनम तिवारी ने स्वागत वक्तव्य दिया। सह-संयोजिका शशि तिवारी ने संचालन किया। टीम उड़ान से शांति कोठारी, रीना यादव, आजेश चावला, ज्योति हेड़ा विशेष रूप से उपस्थित थी।