पिछले 118 वर्षों से गेहू, नमक, मीठे का सेवन नही करते, 2 नवंबर को दयानंद आर्य कन्या विद्यालय में प्रवचन व आध्यात्मिक ज्ञान
नागपुर समाचार : 126 वर्षीय स्वामी सर्सवानंद सरस्वती संतरा नगरी में पधारे है, वह 5 नवंबर तक नागपुर नगरी में ही रहेंगे। सत्यार्थ प्रकार्श से प्रेरीत होकर वैराग्य जीवन में कदम रखा। अपनी उम्र का राज बताते हुए स्वामी सर्वानंदजी सरस्वती ने बताया कि आसान व्यायाम व प्राणायाम नित्य प्रतिदिन करना, वह पिछले 118 वर्षों से गेहू, नमक, मीठे का सेवन नही करते है।
उनका मानना है कि कोरोना जैसी महामारी पहले कभी नही आई लेकिन इससे निपटने के लिये सरकारी गाईडलाईन और हवन भी बड़ा हथियार है। इससे प्राकृतिक वातावरण व पर्यावरण में भी सुधार होगा। इसके अलावा वह हर समय स्वस्थ्य रहकर देश विदेश में भारतीय संस्कृति का ज्ञान प्रसारित कर नौजवानो को संदेश दे रहे है।
इसी श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए आर्य विद्या सभा के सदस्यो के आग्रह पर स्वामीजी बुधवार 2 नवंबर को प्रातः 11-30 बजे जरीपटका स्थित दयानंद आर्य कन्या विद्यालय व महाविद्यालय के पिताश्री सभाग्रह में उनके प्रवचन व आध्यात्मिक ज्ञान हेतू आर्य विद्या सभा द्वारा संचालित सभी संस्थाओं के अध्यापक वर्ग, सदस्यगण व छात्राओ को अपना प्रवचन, आध्यात्मिक ज्ञान व मार्गदर्शन देने हेतू पधारे है। यह जानकारी उनके परम भक्त वेदप्रकाश आर्य ने दी है।