गृहमंत्री फडणवीस का मांगा इस्तीफा
नागपुर समाचार : आज सुबह विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने प्रश्नकाल को रोककर उसकी जगह आईपीएस रश्मि शुक्ला को क्लीन चिट देने के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की. इसको विधानसभा अध्यक्ष ने नकार दिया. विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि रश्मि शुक्ला जब पुणे में थीं तब उन्होंने नेताओं, अधिकारियोंऔर पत्रकारों के फोन टैप किए थे. मेरा भी फोन टैप किया गया, जबकि उनको फोन टैप करने का कोई अधिकार नहीं था. महाविकास आघाड़ी सरकार ने शुक्ला कि जांच कर उनके खिलाफ पुणे में मामला दर्ज कर कार्रवाई की थी. कुछ माह बाद किसी कारण से महाविकास आघाड़ी की सरकार गई तो फोन टैपिंग का मामला ठंडा पड़ गया.
अब एकनाथ शिंदे और फडणवीस की सरकार आई तो फडणवीस ने रश्मि शुक्ला की क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में पेश की. कोर्ट ने फटकार लगाई कि ऐसी क्लोजर रिपोर्ट नहीं भेज सकते, मामले को बंद नहीं कर सकते. विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि फोन टैपिंग का मामला गंभीर है. इस पर चर्चा करनी चाहिए, लेकिन सरकार डर रही है. सरकार राजनीतिक भूमिका से काम कर रही है.
शिंदे सरकार बनी तब से अपने लोगों को बचाने का और क्लीन चिट देने का काम चल रहा है. विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष को बोलने नहीं दे रहे हैं. अध्यक्ष का काम होता है हर सदस्य को सुरक्षा देना. विधानसभा अध्यक्ष चाहे तो सरकार को निर्देश दे सकते हैं और रश्मि शुक्ला मामले में चर्चा की अनुमति दे सकते हैं, लेकिन उन्होंने नहीं दी. कोई चर्चा नही हुई. जिसका हमने विरोध किया और सदन से वॉकआउट कर दिया.