38.36 मिलियन टन कोयला उत्पादन
नागपुर समाचार : नववर्ष के पहले दिन सीएमडी मनोज कुमार ने कार्यक्रम ‘रूबरू’ के माध्यम से टीम वेकोलि को संबोधित किया. कुमार ने वेकोलि के सभी कर्मियों को वित्तीय वर्ष 2022-23 के शेष अवधि में उत्पादन, प्रेषण तथा ओबीआर के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया. अब तक की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए टीम वेकोलि के उत्साह एवं मेहनत की प्रशंसा की.
उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में वेकोलि ने दिसम्बर 2022 तक के निर्धारित सकल लक्ष्य 38.16 मिलियन टन से आगे निकलते हुए 38.36 मिलियन टन प्राप्त किया है जो कि गत वर्ष से 4.15 मिलियन टन अधिक है. वेकोलि ने इस वित्तीय वर्ष की 3 तिमाही में 42.91 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है जो कि अब तक के लक्ष्य का 95% है. इसी प्रकार वेकोलि ने 212.64 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवरबर्डन हटाकर कर अब तक के लक्ष्य का 97% लक्ष्य हासिल कर लिया है. कोयले की गुणवत्ता का जिक्र करते हुए कहा कि इस दिशा में सक्रिय कार्य हुआ है.
उन्होंने कहा कि एकोना एवं पैनगंगा खदान के अलावा मुंगोली ओपन कास्ट में भी अब सरफेस माइनर लगाया गया है. इसी श्रृंखला को जारी रखते हुए अगला सरफेस माइनर पौनी-II खदान में जल्द ही शुरू होगा. निकट भविष्य में 3 और परियोजनाओं में सरफेस माइनर लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि वेकोलि में क्रशिंग कैपेसिटी को निर्धारित क्षमता के डेढ़ गुना बढ़ा लिया गया है. इन प्रयासों के माध्यम से उपभोक्ताओं को अच्छे गुणवत्ता का कोयला उपलब्ध होगा. भूमिगत खनन कार्य में नई तकनीक को अपनाने के परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान पाथाखेड़ा क्षेत्र की ‘छतरपुर-I’ खदान में कंटीन्यूअस माइनर लगाया गया है तथा ‘तवा’ खदान में भी जल्द ही कंटीन्यूअस माइनर का प्रयोग किया जायगा भविष्य में वेकोलि की भूमिगत खदानों में कुल 20 कंटीन्यूअस माइनर लगाने की रूपरेखा तैयार की गई है.
मनोज कुमार ने जनवरी 1 को वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के अध्यक्ष सह प्रबन्ध निदेशक का पदभार संभाला। उललेखनीय है कि इसके पूर्व नवम्बर 29, 2018 से वे वेकोलि के निदेशक तकनीकी का दायित्व संभाल रहे
थे एवं 1985 ई. से उन्होंने वेकोलि, एसईसीएल तथा ईसीएल में विभिन्न पदों पर कार्य किया है.