एक दिन में लाखो का व्यापार
नागपुर समाचार : व्यापार संवाददाता. मकर संक्रांति पर आसमान में सप्तरंगी क्रांति होगी. त्योहार के पास आते ही पतंग कारोबार ने उड़ान भर ली है. युवाओं और बच्चों में इसका क्रेज कुछ अधिक नजर आ रहा है. बाजार में स्टाइलिश पंतगों व विशेष प्रकार की चकरी की अच्छी डिमांड है. अब युवा और बच्चों का एक्साइटमेंट भी पतंग की तरह आसमान छूने को तैयार है. पेंच लड़ाने के लिए बच्चे एकदम बेसब्र हैं।
संक्रांति को एक दिन शेष होने से बच्चे और युवा पतंग बाजार में पहुंचकर खरीदी में लगे हैं. बाजार में कलरफुल फैंसी पतंगों के साथ जहां हीरो-हीरोइन वाली पतंगें छायी हुई हैं वहीं बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर डिजाइन की पतंगें बिक रही हैं. इसमें शिनचेन, स्पाइडर मैन, छोटा भीम, मिकी माउस प्रिंटेड कई वैरायटी में पतंगें खास हैं. इसके अलावा बलून व पैराशूट पतंग भी आसमान में धमाल मचाने के लिए तैयार हैं. मकर संक्रांति पर्व के दौरान कई स्थानों पर पतंग महोत्सव जैसा नजारा दिखेगा।
‘पैराशूट’ व ‘ईगल’ कर रहीं आकर्षित…
बच्चे अपने कार्टून कैरेक्टर को किसी भी क्षेत्र में नहीं छोड़ना चाहते, फिर चाहे वह टीवी का क्षेत्र हो या पतंग का. इन दिनों मार्केट में छाये अलग-अलग कार्टून कैरेक्टर में स्पाइडर मैन, छोटा भीम, डोरेमॉन, बैनटेन, एयरोप्लेन, बटरफ्लाई व चमगादड़, पैराशूट व ईगल आकार वाली पतंगें बच्चों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं, वहीं लव कपल के लिए वैलेंटाइन डे वाली पतंग भी आकर्षित कर रही है. पतंग व्यापारी राजू बताते हैं कि पतंगों का बाजार वैसे तो बहुत पहले से शुरू हो जाता है लेकिन इसका मार्केट जनवरी से ही जोर पकड़ता है, जो कि 26 जनवरी तक के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
वहीं लव कपल के लिए वैलेंटाइन डे वाली पतंग भी आकर्षित कर रही है. पतंग व्यापारी राजू बताते हैं कि पतंगों का बाजार वैसे तो बहुत पहले से शुरू हो जाता है लेकिन इसका मार्केट जनवरी से ही जोर पकड़ता है, जो कि 26 जनवरी तक चलता है. नाग नदी चौक से लेकर गजानन चौक तक कम से कम 70 से 80 दूकानें लगती हैं. यहां पर हर तरह की छोटी से बड़ी पतंगें मिलती हैं. वहीं इस समय शहर के हर गली-मुहल्लों में सजीं दूकानों में बच्चों की भीड़ देखी जा सकती है।
एक दिन में लाखो का व्यापार…
मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. इस दिन पतंग उड़ाने का एक विशेष ही महत्व होता है. इस एक दिन के त्योहार में लाखों रुपए पतंगें उड़ती हैं. इसी एक दिन पूरे शहर में पतंग और मांजा का लाखों का कारोबार होता है. पतंगें दिल्ली, नोएडा, बरेली, बेंगलुरु, कोलकाता व गुजरात से मंगाई जाती हैं. इस बार मांजा और पतंगों की कीमतों में अच्छा-खासा उछाल देखा जा रहा है. दोनों की कीमतों में 15 से 20 प्रश मूल्य बढ़े हैं. इनका मूल्य बढ़ने के बावजूद भी पतंगों का क्रेज कम नहीं है. आमतौर पर पतंगों में 34.5 साइज की पतंग सबसे अधिक चलती है।