महिलाओं को दें योजनाओं का लाभ
नागपुर समाचार : कोरोना के समय जिले के अंदर जितनी भी महिलाएं विधवा हुई और बच्चों ने माता पिता खोये उनके लिए जिलाधिकारी डॉ. विपिन ईटनकर ने बड़ा निर्णय लिया है। ईटनकर ने कैसे बच्चों और महिलाओं को स्टार्टअप कार्यक्रम के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने एवं रोजगार दिलाने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाने का सुझाव अधिकारीयों को दिया है। मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जिला एक्शन दल, बाल कल्याण समिति व मिशन वात्सल्य योजना की बैठक हुई। जहां जिलाधिकारी ने यह आदेश दिया।
इस बैठक में चाइल्ड लाइन समिति के निदेशक केशव वाल्के, बाल कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष छाया राउत, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अपर्णा कोल्हे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. इस अवसर पर निवृत्ति राठौड़, सहायक आयुक्त कौशल एवं उद्यमिता विभाग प्रभाकर हरडे, समिति सदस्य एवं चिकित्सा अधिकारी उपस्थित थे।
तैयार करें सूची
जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक निरीक्षण प्रतिवेदनों के माध्यम से अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों की सूची तैयार करने के साथ ही तहसीलदार व समूह विकास अधिकारियों को विधवाओं को विरासत अधिकार प्रमाण पत्र, संपत्ति अधिकार को लेकर सहयोग करने के निर्देश दिए।
महिलाओं को दें योजनाओं का लाभ
उन्होंने ने तहसीलदारों को महिलाओं की संपत्ति का रिकॉर्ड रखना जरूरी का भी आदेश दिया। इसी के साथ उन तमाम महिलाओं को संजय गांधी योजना, श्रवण बाल योजना और इंदिरा गांधी निव्री योजना का लाभ तत्काल देने का भी आदेश दिया।