नागपुर समाचार : बाबरी मस्जिद गिराए जाने में बालासाहब ठाकरे इनकी भूमिका ना होने के भाजपा पूर्व अध्यक्ष और राज्य के कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल के वक्तव्य के विरोध में भड़के शिवसैनिको ने संपर्क प्रमुख दुष्यंत चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में शहर प्रमुख नितिन तिवारी के नेतृत्व में शहर के चिखली चौक कलमना क्षेत्र के चौक पर तीर्व आंदोलन किया।
आंदोलन के दौरान चंद्रकांत पाटिल के विरोध में प्रदर्शन कर हाय हाय, भाजपा तेरी तानाशाही नही चलेगी के नारों के अक्रोशित शिवसैनिकों ने अपना गुस्सा जाहिर किया। इस दौरान गधे के मुह पर पाटिल का मुखौटा लगाए हुए पोस्टरों के साथ तिर्व विरोध प्रदर्शन करते हुए तिवारी ने बताया कि वंदनीय बालासाहब शिवसैनिको के लिए दैवत स्वरूप है और उनका पाटिल द्वारा इस प्रकार का अपमान शिवसैनिक कतई सहन नही करेंगे।
तिवारी ने आरोप लगाया की यह भाजपा की सोची समझी साजिश के तहत बालासाहब की प्रतिमा मलीन करने का षड्यंत्र है। शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि बालासाहब के नाम पर गद्दारी से सत्ता हासिल करनेवाले चंद्रकांत पाटिल के इस वक्तव्य पर राजीनामा क्यू नही मागते और यदि गद्दारों में तनिक भी बालासाहब प्रेम बचा है तो बालासाहब के इस अपमान पर मुख्यमंत्री स्वतः राजीनामा क्यू नही देते। यदि भाजपा इस षड्यंत्र में शामिल नहीं है तो उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस तुरंत पाटिल को मंत्री पद से हटाए।
इस मौके पर शिवसेना की ओर से चेतावनी दी गई कि, बालासाहब के अपमान पर हम किसी भी हद तक जा सकते है, चाहे उन्हें अपने प्राण ही ही क्यू ना देने पड़े। आंदोलन में जिला युवाधिकारी प्रीतम कापसे, सचिन मुन्ना तिवारी, नाना झोडे, सुरेखा खोबरागड़े, मंगला गवरे, नीलिमा शास्त्री, अंजू गुप्ता, आशा इंगले, रंजना राजबांडे, विभाग प्रमुख अंगद हिरोंदे, हरीश रामटेके, अंकुश भोवते, शिवशंकर मिश्रा, विशाल कोरके, चेतन कश्यप, विजय शाहू, मुकेश रेवतकर, सुरेंद्र अंबिलकर,भास्कर कायरकर, मनीष हरने,आशीष गाड़ीकर, गौरव महाजन, भूपेंद्र कटाने, गौरव मोहोड, साबिर खान के साथ सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।