नागपुर समाचार :शहर के गणेशपेठ बस स्टेशन क्षेत्र में निजी बसों की अवैध पार्किंग के कारण क्षेत्र में हमेशा यातायात जाम की समस्या बनी रहती है। इस कारण वहां से आने वाले नागरिकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसी को देखते हुए उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के मानद सचिव और पूर्व महापौर संदीप जोशी ने ट्रैफिक पुलिस को सुझाव दिया कि नियमों का उल्लंघन कर सड़कों पर खड़ी होने वाली निजी बसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए ऐसी बसों का लाइसेंस और परमिट रद्द किया जाना चाहिए।
गणेशपेठ बस स्टैंड क्षेत्र में सड़क पर निजी बसों की पार्किंग के कारण होने वाली यातायात भीड़ और इस संबंध में प्राप्त शिकायतों के आधार पर उपमुख्यमंत्री ने निर्देश पर जोशी ने गुरुवार को सिविल लाइंस स्थित आवास ‘देवगिरी’ पर एक विशेष बैठक बुलाई। बैठक में पुलिस उपायुक्त जोन 3 के गोरख भाम्बरे, पूर्व नगरसेवक प्रमोद चिखले, पूर्व नगरसेवक विजय चुटेले, पूर्व नगरसेविका लता कडगये, यातायात पुलिस अधिकारी, क्षेत्रीय परिवहन विभाग अधिकारी, नगर निगम परिवहन विभाग अधिकारी उपस्थित थे।
गणेशपेठ बस स्टेशन क्षेत्र में निजी बसों की अवैध पार्किंग के कारण क्षेत्र में हमेशा यातायात की समस्या बनी रहती है। जोशी ने कहा कि सड़क पर निजी बसों की पार्किंग एक बहुत ही गंभीर मामला है और इस अवैध पार्किंग से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी प्रभावित हुए हैं और उन्होंने भी इस अवैध पार्किंग पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। प्रतिदिन हजारों नागरिक मुख्य बस स्टेशन से आते-जाते हैं। यहां ट्रैफिक जाम के कारण दुर्भाग्यवश कोई दुर्घटना हो जाए तो नागरिक भी माफ नहीं करेंगे। इसलिए, उन्होंने आगे के खतरे से बचने के लिए कल शुक्रवार से सड़क पर बसें खड़ी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का सुझाव दिया।
पार्किंग के लिए वैकल्पिक जगह ढूंढी जाए
बस स्टेशन क्षेत्र के 200 मीटर के दायरे में किसी भी वाहन को न रोकने के आदेश हैं। लेकिन, इस आदेश का उल्लंघन कर निजी बसें सड़क पर खड़ी की जा रही हैं। यह गंभीर मामला है और सड़क पर बसें खड़ी करने वालों का लाइसेंस और परमिट रद्द किया जाना चाहिए। जोशी ने अधिकारियों से कहा कि मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए निजी बसों की पार्किंग के लिए जल्द से जल्द वैकल्पिक जगह ढूंढी जाए।