सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत की विशेष उपस्थिती दो दिन धार्मिक और अन्य विभिन्न कार्यक्रम
नागपुर समाचार : श्री शांतिपुरुष सेवा संस्था द्वारा श्री दत्तसंप्रदाय के परमपूज्य परिव्राजकाचार्य श्री वासुदेवानंद सरस्वती स्वामी महाराज के शिष्य श्री चैतन्यानंद सरस्वती नानामहाराज तराणेकर का सपाद (125 साल) जन्मशताब्दी समापन समारोह 18 और 19 नवम्बर 2023 को आयोजित किया गया है. इस दो दिन चलनेवाले समारोह में धार्मिक और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. श्री शांतिपुरुष सेवा संस्था के अध्यक्ष बाबामहाराज तराणेकर ने पत्रपरिषद में दी।
शनिवार, 18 को रेशीमबाग स्थित कविवर्य सुरेश भट हॉल में शाम 4.30 बजे होनेवाले मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथी के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री नाना महाराज के कार्य का विस्तार करनेवाले बाबामहाराज तराणेकर करेंगे।
इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय त्रिपदी परिवार के कार्य के बारे में चित्रफित प्रदर्शित की जाने वाली है। त्रिपदी परिवार का मुखपत्र ‘श्री शांतिपुरुष’ के रजत महोत्सव वर्ष के उपलक्ष में विशेष अंक का प्रकाशन किया जायेगा। तथा ‘चैतन्यपीठ’ इस युट्यूब चॅनलपर प्रसारित होनेवाली बाबामहाराज तराणेकर इनकी ‘आत्मसंवाद’ इस प्रवचनमाला पर आधारित ग्रंथ का भी प्रकाशन उपस्थित मान्यवरों के करकमलों द्वारा किया जायेगा। रात्रौ 8 बजे कार्तिक कला अकादमी इंदूरद्वारा ‘अमृतस्य नर्मदा’ ये नृत्यनाटिका प्रस्तुत की जायेगी। इस वक्त विभिन्न क्षेत्र के नामचिन और प्रसिद्ध संस्थाओं के अध्यक्ष की तथा महिलाओं की उन्नती के लिए सक्रिय कांचनताई गडकरी उपस्थिती रहेंगी।
रविवार, 19 को शंकरनगर चौक स्थित मूकबधिर संस्था में सुबह 8.30 बजे श्री सद्गुरू मूर्ती का महाभिषेक किया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प.पू. बाबामहाराज तराणेकर करेंगे तथा प्रसिद्ध होमिओपॅथ डॉ. विलास डांगरे, सयाजी विद्यापीठ वडोदरा के संस्कृत, पाली एवं प्राकृत भाषा विभाग की अध्यक्ष डॉ. श्वेता जेजुरीकर प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगी. यावेळी इस कार्यक्रम में राजेंद्र बेनोडेकर के लिखे ‘मागोवा: प्राचीन भारताचा’ पुस्तक का विमोचन किया जाएगा। तत्पश्चात श्रीदर्शन समारोह एवं महाप्रसाद का कार्यक्रम होगा।
इस दो दिन चलने वाले समारोह में अखिल भारत से श्री नानामहाराज तराणेकर इनके भक्त और त्रिपदी परिवार के सदस्य हजारों की संख्या में उपस्थित रहनेवाले है. कार्यक्रम में बडी संख्या में सहभाग लेके इसका लाभ लेने का आवाहन श्री शांतीपुरुष सेवा संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष राजीव हिंगवेजी ने किया है।
अखिल भारतीय त्रिपादी परिवार के बारे में…
दत्तप्रभु श्रीपाद श्रीवल्लभ नृसिंह सरस्वती- वसुनंद सरस्वती दत्तावतार प. पू. नाना महाराज तराणेकर द्वारा प.पू. वासुदेवानंद सरस्वती द्वारा लिखित करुणात्रिपदी, जो एक भक्ति प्रार्थना है, का सम्पूर्ण भारत वर्ष में प्रचार एवं प्रसार किया। सामूहिक त्रिपदी प्रार्थना के जनक श्री. नाना महाराज की उपस्थिति और आशीर्वाद में उनके पोते डॉ. बाबा महाराज तराणेकर ने वर्ष 1992 में अखिल भारतीय त्रिपदी परिवार की स्थापना की। इसके माध्यम से वे सामाजिक जागरूकता का कार्य करने लगे।
डॉ. बाबा महाराज तराणेकर एक वैदिक भूविज्ञान महर्षि हैं और वे अखिल भारतीय त्रिपदी परिवार के प्रमुख है। वह एक व्यासंगी संत साहित्य शोधकर्ता, लेखक और संपादक भी हैं। वे पिछले 26 वर्षों से शांतिपुरुष, नागपुर और सर्वोत्तम, इंदौर पत्रिकाओं के संपादक के रूप में कार्यरत हैं। दर्शनशास्त्र और वैदिक परंपरा का गहन अध्ययन करने वाले डॉ. बाबामहाराज तराणेकर के लेख अनेक पत्रिकाओं तथा अखबारों में पर प्रकाशित हो चुके हैं और व्याख्यानमालाएँ संपन्न हो चुकी हैं। वह 12 वर्षों से गुरुचरित्र पर और पिछले 9 वर्षों से भागवत पर तीन दिवसीय व्याख्यान दे रहे हैं।
कोरोना काल में उन्होंने 175 पुष्प प्रवचन दिए हैं जो हर शनिवार रात 8.30 बजे यूट्यूब चैनल चैतन्यपीठ पर प्रसारित होते हैं। वे इंटरनेट पर दृश्य-श्रव्य प्रारूप में उपलब्ध हैं। बाबा महाराज तराणेकर, जिन्होंने भारत में तथा परदेस में त्रिपदी परिवार की विभिन्न शाखाओं के द्वारा 35 विभिन्न सामाजिक कल्याण परियोजनाएं चलाई हैं, उन्हें येवला में जीवनगौरव सम्मान, पुणे में नानासाहेब पेशवा सम्मान, गाणगापुर में यतिपूजन सम्मान, शंकराचार्य सम्मान, श्रीक्षेत्र कारंजा में वासुदेव प्रबोधिनी सम्मान प्राप्त हुआ है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संस्थान के अध्यक्ष बाबा महाराज तराणेकर, राजीव हिंगवे और संस्थान के सभी ट्रस्टी तेजस तराणेकर, तारक तराणेकर, चंद्रकांत गुंजीकर, संजय पाठक, प्रदीप सराफ उपस्थित थे।