मंत्रियों के नागपुर पहूंचने का इंतजार
नागपुर समाचार : विधान सभा के शीतसत्र को लेकर पुलिस विभाग ने कमर कस ली है. सत्र के दौरान कोई गड़बड़ी या अप्रिय घटना न हो इसके लिए पुलिस विभाग ने सुरक्षा के चाकचौबंद बंदोबस्त किये है. विधान भवन को पूरी तरह घेरा जा चुका है. चारों तरफ सशस्त्र पुलिस बल तैनात किये गए है. अब केवल मंत्रियों के नागपुर पहूंचने का इंतजार है.
सोमवार को भी सीपी अमितेश कुमार और ज्वाइंट सीपी अस्वती दोरजे ने देशपांडे सभागृह में आला अधिकारियों और शहर के सभी थानेदारों सहित कर्मचारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था पर मंथन किया. सीपी ने बताया कि 11,000 कर्मचारी बंदोबस्त में तैनात रहेंगे. बंदोबस्त का नियोजन स्थानीय अधिकारियों के हाथ में होगा. कानून व्यवस्था बनाए रखने में स्थानीय अधिकारियों की अहम भूमिका होगी.
सीपी ने बताया कि करीब 6,000 कर्मचारी राज्य के विभिन्न जिलों से बुलाए गए है. इसके अलावा शहर पुलिस के 5000 कर्मचारी भी बंदोबस्त में तैनात रहेंगे. शहर में 9 डीसीपी उपलब्ध है, जबकि अन्य जिलों से 10 डीसीपी स्तर के अधिकारी बुलाए गए है. इनके अलावा 50 एसीपी, 75 पुलिस निरीक्षक और 20 महिला पुलिस निरीक्षकों को भी सत्र बंदोबस्त के लिए नागपुर बुलाया गया है. एसआरपीएफ की 8 कंपनियां और 1000 होमगार्ड भी बंदोबस्त में तैनात रहेंगे. सभी वीआईपी की सुरक्षा के लिए 30 बीडीडीएस स्क्वाड नागपुर में रहेंगे. शहर पुलिस के पास 5 स्क्वाड उपलब्ध है.
अब तक 32 संगठनों ने मोर्चे की अनुमति ली है. आने वाले समय में यह संख्या 100 के पार हो सकती है. 12 नवंबर को महाविकास आघाड़ी और जूनी पेंशन को लेकर राज्य में कार्यरत कर्मचारियों का बड़ा मोर्चा होगा. रोहित पवार के नेतृत्व में निकल रहा मोर्चा 12 को नागपुर पहूंचेगा और टेकड़ी रोड पर सभा होगी.
इस सभा में राकां के शिर्ष नेता शरद पवार और शिवसेना के उध्दव ठाकरे भी उपस्थित रहने वाले है. इसके अलावा आशा वर्कर, विदर्भवादी, दिव्यांग, शिक्षक और कोतवाल भी अपनी मांगों को लेकर मोर्चा निकालेंगे. मोर्चे का सही नियोजन बड़ी चुनौती है और इसी हिसाब से तैयारियां की जा रही है.