- मोदी ने कहा कि सरकार गरीबों का मुफ्त अनाज दे पा रही है, इसका श्रेय किसानों और ईमानदार टैक्सपेयर्स को जाता है।
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में गरीब परिवारों को 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त मिलता है
- देश में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर बिहार के, लॉकडाउन में ऐसे 32 लाख लोग घरों को लौटे
नई दिल्ली समाचार : बिहार में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन में इस बात का अहसास हुआ। 16 मिनट के भाषण में मोदी ने सिर्फ एक नई घोषणा की। गरीबों-मजदूरों के लिए किए गए इस ऐलान में त्योहारों की बात करते हुए मोदी ने बिहार के लोकपर्व छठ का 2 बार जिक्र किया।
मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाएगा। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली इस योजना के तहत गरीब परिवारों को हर महीने हर सदस्य के हिसाब से 5 किलो गेहूं या चावल और प्रति परिवार एक किलो दाल मुफ्त मिलती रहेगी।
बिहार के लिए इस घोषणा के मायन
अक्टूबर-नवंबर में वहां विधानसभा चुनाव होंगे। छठ पूजा 20 और 21 नवंबर को होगी। सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर बिहार के ही हैं। लॉकडाउन की वजह से उनका कामकाज छिन गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन से प्रभावित बिहार के करीब 32 लाख मजदूरों की घर वापसी हुई है।
नवरात्रि के साथ दुर्गा पूजा का भी जिक्र
मोदी ने नवरात्रि, दशहरे और दिवाली की बात की। साथ ही पश्चिम बंगाल के मशहूर पर्व दुर्गा पूजा का भी जिक्र किया। बंगाल में भी अगले साल चुनाव है।
किसान और मध्यमवर्ग को भी साधा
मोदी ने कहा – आज गरीबों और जरूरतमंदों को सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय दो वर्गों को जाता है। पहला- हमारे मेहनती किसान और दूसरा- हमारे देश के ईमानदार टैक्सपेयर। आपका परिश्रम, समर्पण ही है जिसकी वजह से सरकार यह मदद कर पा रही है।