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नागपुर समाचार : लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशासन ‘इलेक्शन मोड’ में

नही मिला मैनपावर तो विभागाध्यक्ष पर होंगी कारवाई 

नागपुर समाचार : आगामी चुनाव में जिले में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि, चुनाव में अधिक पारदर्शिता, आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन, गतिशील कार्य एवं‌ प्रत्येक कर्मचारी राष्ट्रीय कार्य के रूप में अपने दायित्वों का पालन करें, सजग सोच रखें कि आज से जिले में चुनाव कार्य शुरूक्षहो गया है। आयोजित बैठक में विपीन इटनकर ने इस संबंध में जानकारी दी। 

बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अगले वर्ष चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की जायेगी। इससे पहले उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जिला प्रशासन चुनावी मोड में आ जाये और आज से ही काम शुरू कर दे। बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौम्या शर्मा, जिला चुनाव उप कलेक्टर प्रवीण माहिरे व अन्य उपस्थित थे।

आगामी चुनाव को लेकर विभिन्न समितियों का गठन किया गया है। इस अवसर पर इन समितियों के सभी विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। विभागवार समीक्षा की गई। चुनाव के लिए मैनपावर उपलब्ध नहीं कराने वाले विभागों पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुख्य रूप से शिक्षा, पंचायत समिति और जिला स्तर पर कुछ विभागों ने अभी तक अपनी जनशक्ति की जानकारी नहीं दी है। स्पष्ट किया गया कि सभी विभागाध्यक्ष ४ जनवरी तक मैनपावर की रिपोर्ट दें। 

चुनाव के समय कर्मचारियों की ओर से नियुक्तियां बदलने के लिए ऐसे कई आवेदन आते हैं, जिनमें जगह बदलने की मांग की जाती है, दी गई जगह पर काम करने में असमर्थता जताई जाती है, स्वास्थ्य संबंधी अलग-अलग कारण बताए जाते हैं। लेकिन इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि चुनाव कार्य एक राष्ट्रीय कार्य है और कर्मचारियों को इसे समान रूप से सकारात्मक रूप से देखना चाहिए।

जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौम्या शर्मा को मतदाता जागरूकता अभियान का प्रमुख घोषित किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि सभी विभागों को उनकी मदद करनी चाहिए। इस साल सभी चुनावों में नागपुर जिले में रिकॉर्ड मतदान होना चाहिए और युवाओं का वोट सबसे ज्यादा होना चाहिए। इसके लिए जिले में विभिन्न गतिविधियां शुरू की गई हैं। उन्होंने इसमें गति लाने की अपील भी की।

इस अवसर पर उन्होंने नागपुर महानगर के युवाओं से अपील की कि चुनाव में मतदान करना राष्ट्रीय कर्तव्य है। इसके लिए उन्होंने युवाओं से आगे आकर मतदाता सूची में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हुए लोगों के नाम या मृत नागरिकों के नाम कम करने में निर्वाचन विभाग को सहयोग करने की अपील की। नागपुर जैसे शिक्षित महानगर में कम मतदान होना उचित नहीं है। हालांकि शहरी क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक शिक्षित लोग हैं, फिर भी मतदान प्रतिशत कम है। इसके लिए उन्होंने यह भी अपील की कि प्रत्येक शिक्षित नागरिक को मतदान के अधिकार का प्रयोग करना चाहिए। 

ग्रामीण क्षेत्रों में मृत नागरिकों के नाम मतदाता सूची में नहीं होने पर ग्राम सेवक जिम्मेदार होंगे। उन्होंने निर्वाचन विभाग से अपील की कि वे मृत मतदाताओं की खोज कर नाम हटाने में निर्वाचन विभाग की मदद करें, ताकि गलती से भी ऐसे नाम न रहें। इस मौके पर सभी उपमंडल अधिकारी मौजूद रहे और उन्होंने निर्देश दिया कि अगले कुछ दिनों में मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए पूरा सिस्टम काम करें।

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