नागपुर समाचार : गड़चिरोली पुलिस द्वारा हनी ट्रैप में एक इंजीनियर को फंसाने वाले पत्रकार रविकांत कांबले, पुलिस सिपाही सुशील गवई, रोहित अहीर व ईशानी नामक महिला को गिरफ्तार करने के बाद भारी खलबली मच गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस गिरोह ने इसी प्रकार अपने जाल में करीब ८ से १० लोगों को फांसा है और अब गिरोह के पकड़ में आने के बाद कई अन्य प्रताड़ित भी सामने आ सकते हैं। इस बीच यह खबर भी मिली है कि पुलिस के रडार पर इसी प्रकार वसूली करने वाले करीब १५ पत्रकार व फोटोग्राफर हैं और उन पर भी जल्द शिकंजा कसा जा सकता है।
लंबा मिला पीसीआर
हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार आरोपियों को ५ फरवरी तक का लंबा पीसीआर मिला है और आरोपियों ने इसकी कल्पना भी नहीं की होगी। जांबाज एसपी नीलोत्पल के जाल में यह गिरोह फंसने से अब बचने की संभावना भी दूर-दूर तक नहीं दिखाई दे रही है। जाहिर है कि इस गिरोह के खिलाफ एसपी नीलोत्पल व उनकी टीम के पास सबूतों का लंबा पुलिंदा मौजूद है और उसी आधार पर आरोपियों को इतना लंबा पीसीआर मिला है।
नागपुर लाकर होगी जांच
गड़चिरोली पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को नागपूर लाकर मामले की विस्तृत जांच करेगी। आरोपियों के घर की भी तलाशी ली जा सकती है। सभी के मोबाइल पुलिस ने अपने कब्जे में लिए हैं और मोबाइल में सनसनीखेज बातें पुलिस के हाथ लगी हैं। इंजीनियर को जिस होटल में ले जाया गया, वहां भी पुलिस आरोपियों को ले जाकर शिनाख्त करेगी। इसके अलावा इस मामले में उपयोग में लाई गई कार भी पुलिस बरामद करेगी। इस बीच गिरोह द्वारा फांसे गए अन्य लोग भी पुलिस के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।
वसूलीबाजों में खलबली
रविकांत कांबळे – सुशील गवई गिरोह के पुलिस के पकड़ में आने के कारण शहर के अन्य वसूलीबाजों में भारी बेचैनी व खलबली देखी जा रही है। पुलिस के रडार पर कुल १५ वसूलीबाज पत्रकार व फोटोग्राफर बताए जा रहे हैं। एक फोटोग्राफर तो सेटिंग के मामले में काफी आगे निकलकर लंबा माल जमा कर चुका है। संभवतः वह भी हनी ट्रैप मामले में शामिल हो सकता है। पुलिस को शक है कि रविकांत के साथ कुछ अन्य पत्रकार भी इस गोरखधंधे में शामिल हैं तथा हनीट्रैप का शिकार कुछ लोगों को बना चुके हैं। यही कारण है कि अब वसूलीबाज पत्रकार अपने मोबाइल को ‘साफ’ करने में जुट गए हैं। मोबाइल में कैद गंदी तस्वीरें हटाई जा रही हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि इस गिरोह के सदस्यों की संपत्ति की जांच भी हो सकती है।
अधिकारियों के पास आडियो क्लीपिंग
रविकांत कांबले व सुशील गवई ने जिस इंजीनियर को अपने साथियों के साथ हनी ट्रैप में फंसाया था, उस इंजीनियर के साथ रविकांत की मोबाइल पर बातचीत की आडियो क्लीपिंग नागपुर के अलावा गड़चिरोली के आला अधिकारियों के पास पहुंच गई है। सूत्रों के अनुसार उस क्लीपिंग में रविकांत इंजीनियर से साफ शब्दों में कह रहा बताते हैं कि गड़चिरोली के एसपी नीलोत्पल साहब नागपुर में भी रह चुके हैं और बेहद कड़क हैं। शिकायत हुई तो तुम्हारा काम बिगड़ सकता है। बेहतर यही होगा कि हमारी बात मान जाओ। सामनेवाला इंजीनियर गिड़गिड़ा रहा है कि मेरी कोई गलती नहीं है, मुझे फंसाया गया है लेकिन उसे बख्शा नहीं गया।
पुलिस अधिकारी भी सकते में !
बताया जाता है कि रविकांत के कई पुलिस अधिकारियों से भी ‘गहरे’ संबंध हैं और रविकांत के पकड़े जाने के बाद वे भी बुरी तरह सकते में हैं। उन्हें कुछ अन्य मामलों में स्वयं के भी फंसने का डर सता रहा है। बताया यह भी जाता है कि विभिन्न थानों में थानेदार के रूप में तैनाती के दौरान रविकांत इन अधिकारियों से कई मामलों में सेटिंग कर चुका है।