नागपुर समाचार : गणेशपेठ स्तिथ राज्य परिवहन निगम में बुधवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया। जब गड़चिरोली से आई एक बस में संदिग्ध वस्तु बरामद की। तुरंत इस बात की जानकारी पुलिस और बम विरोधी टीम को बुलाया गया। टीम ने वस्तु को अपने कब्जे में लिया और उसे जांच के लिए ले गए। जिसकी रिपोर्ट सामने आ गई है। इसके तहत संदिग्ध वस्तु कोई बम नहीं बल्कि आग बुझाने वाला एक यंत्र है। इस खबर से पुलिस प्रशासन को बड़ी राहत मिली।
क्या है पूरा मामला?
बुधवार दोपहर दो बजे गणेशपेठ पुलिस थाने में राज्य परिवहन निगम एसटी महामंडल के डिपो से फोन आया। जिसमें गड़चिरोली डिपो से आने वाली बस में संदिग्ध वस्तु मिली। पुलिस की टीम बम विरोधी टीम के साथ डिपो पहुंची जहां टीम ने बस से संदिग्ध वस्तु को अपने कब्जे में लिया और उसे जांच के किए सुराबर्डी स्तिथ केंद्र लेकर गए। एसटी डिपो में मिले वस्तु से शहर में हड़कंप मच गया।
एक दीन पहले ही गड़चिरोली में एंटी नक्सल अभियान के डीजी संदीप पाटिल ने बड़ी जानकारी दी थी। जिसके तहत नक्सलियों ने अपने गोरिल्ला लड़कों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों को छोड़कर शहरी क्षेत्रों पर ध्यान देना शुरु कर दिया है। माओवादियों के शहरी सेल शहरों के झुग्गी झोपड़ी जैसे क्षेत्रों में उन युवाओं को अपने टारगेट कर रही है जो या तो सरकार के विरोधी हैं या थोड़े अपराधिक प्रवृत्ति के हैं। पाटिल ने बताया कि, नागपुर का इंदोरा परिसर वर्तमान में नक्सली मूवमेंट का नया केंद्र बनकर उभरा है। पाटिल के अनुसार, नक्सलियों के अर्बन सेल ने इन क्षेत्रों में अपनी फौज उतार दी है।
पुलिस विभाग को मिली राहत
एक तरफ़ इस खुलासे और दुसरी तरफ़ गड़चिरोली से आई बस में मिले संदिग्ध वस्तु ने शहर पुलिस के कान खडे कर दिए। हालांकि, आई जांच रिपोर्ट के बाद पुलिस विभाग को बड़ी राहत मिली है। हालांकि, अब यह सवाल उठने लगा है कि, आखिर आग बुझाने वाले संयंत्र का कवर किसने निकाला।