नागपुर समाचार : मध्य भारत में भरतनाट्यम और मोहिनीअट्टम के अग्रणी संस्थानों में से एक, श्रीकृष्णा कलचरल फाऊंडेशन, श्रीकृष्णा नृत्यालयम (regd) स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स एक इकाई, नागपुर ने 17 फरवरी को साइंटिफिक सोसाइटी हॉल, लक्ष्मी नगर में अपना 25वां वार्षिक समारोह धूमधाम से मनाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. दिलीप बालसेकर, कार्यकारी संपादक और सचिव गजेटियर विभाग, महाराष्ट्र सरकार के हातों इस कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर श्रीकृष्ण नृत्यालय, नागपुर की निदेशक श्रीमती प्रमिला उन्नीकृष्णन, स्पिकमैक नागपूर की अध्यक्ष डॉ. सुचेता कुलकर्णी और निर्झर कला संस्थान के अध्यक्ष समीर नाफड़े मुख्य अतिथि थे।
श्रीमती प्रमिला उन्नीकृष्णन के छात्रों ने नट्टई राग और आदि ताल में पुष्पांजलि – भरतनाट्यम और मोहिनीअट्टम जुगलबंदी प्रस्तुत करके कार्यक्रम की जोरदार शुरुआत की। इसके बाद राग श्रीरंजिनी में गणेश वंदना की प्रस्तुती दी गई। छोटे विद्यार्थियों ने राग बिलहराई से स्वर जत्थी प्रस्तुत की। नटेश कौथुवम द्वारा छात्रों ने नटराज मुद्राओं के साथ एक सुंदर तेज़ नृत्य प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद राग बाउली में अन्नमाचार्य कृति, राग कणाद में जतिस्वरम की प्रस्तुति हुई। राग शंकरभरणम और वृन्दावनी थिलाना से कृष्ण भजन ‘अच्युतम केशवम’ की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में रागमालिका और तालमालिका में मनमोहक नृत्य रुक्मिणी स्वयंवरम ने उपस्थित दर्शकों का ध्यान खींचा। श्रीमती प्रमिला एवं डॉ. हनी उन्नीकृष्णन की कोरियोग्राफी के विद्यार्थियों ने शानदार प्रस्तुति दी। श्रीनाथ अय्यर के स्वरों के साथ मृदंगम पर विशाल नायडू, वायलिन पर शिरीष भालेराव, बांसुरी पर शिवलाल यादव और ऑक्टोपैड पर कमलेश नायडू ने बखूबी साथ निभाया। ऑर्केस्ट्रा का संचालन श्रीमती प्रमिला उन्नीकृष्णन ने किया।