नागपुर समाचार : सरकार ने हमारे जिले को सुचारू और कुशल परिवहन के लिए मजबूत बुनियादी ढांचा प्रदान किया है। इसमें कुछ दुर्घटना संभावित स्थान हैं। वहां उपाय करके जन जागरूकता के माध्यम से ‘दुर्घटना मुक्त नागपुर जिले’ की अवधारणा को प्रभावी ढंग से लागू करने की अपील जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर ने की। जिलाधिकारी कार्यालय में सड़क सुरक्षा पर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस समय वे बोल रहे थे। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हर्ष पोद्दार, राजमार्ग पुलिस अधीक्षक यशवंत सोलंके सहित लोक निर्माण विभाग, राजमार्ग पुलिस और संबंधित प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी इटनकर ने कहा कि हादसों के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। अधिकांश दुर्घटनाएँ हेलमेट, सीट बेल्ट का उपयोग न करने, खतरनाक ओवरटेकिंग/लेन काटने, कार में बहुत अधिक यात्रियों को ले जाने या क्षमता से अधिक लोगों को ले जाने, उचित ड्राइविंग प्रशिक्षण न होने या यातायात नियमों की अपर्याप्त जानकारी, ड्राइवरों पर अत्यधिक तनाव, थकान और सड़क पर कहीं भी पार्किंग होना के कारण होती हैं।
कलेक्टर ने कहा कि कोहरे या तेज बारिश, अत्यधिक गर्मी के कारण टायर फटने सड़क पर जानवरों के लेटने, पैदल चलने वालों की गलतियों दरारें गिरने, ट्रैफिक जाम के कारण भी दुर्घटनाएं होती हैं। दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमेशा सीट बेल्ट का उपयोग करें, हमेशा लेन अनुशासन का पालन करें, निर्धारित गति सीमा का पालन करें, राजमार्गों पर वाहनों की सहायता करें, वाहन चलाते समय हमेशा सतर्क रहें, रात में वाहन चलाते समय आगे और पीछे की लाइट, पार्किंग लाइट की जांच करें। सबसे महत्वपूर्ण यातायात नियमों का पालन करें और उनका पालन करें, खतरनाक तरीके से ओवरटेक न करें। जिले में ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर तत्काल उपाय किये जायें। इसके लिए जिला डॉ. इटनकर ने निर्देश दिया कि सभी व्यवस्थाएं समन्वय बनाकर कार्य करें।