नागपुर : जेल के भीतर जाते समय हर सामान और व्यक्ति की जांच होने के कारण अपराधियों को नशीले पदार्थ की खेप मिलनी बंद हो गई. इसके लिए अपराधी नए-नए तरीके अपना रहे है. ऐसा ही एक प्रकरण क्राइम ब्रांच की कार्रवाई के बाद सामने आया. रबर की बॉल के जरिए जेल के भीतर गांजा भेजा जा रहा था. पुलिस दस्ते को इसकी जानकारी मिली और 2 अपराधियों को दबोचा गया. पकड़े गए आरोपियों में अहबाब चौक, गिट्टीखदान निवासी शेख वसीम शेख मूसा (26) और ताजनगर, मानकापुर निवासी तबस्सुर अहमद वसीम अहमद (24) का समावेश है.
जानकारी मिली है कि मोमिनपुरा के चर्चित अपराधियों के लिए माल भीतर भेजा जा रहा था. आरोपी बड़े ही शातिर तरीके से जेल के भीतर गांजा और अन्य नशीले पदार्थ पहुंचाने का काम करते थे. उनका तरीका भी ऐसा था कि किसी को शक न हो. आरोपियों ने रबर की गेंद को काटकर उसमें गांजे की पुड़िया डाली थी. बाद में गेंद को फेविकॉल से वापस चिपका दिया. जेल की दीवार के पास खड़े होकर आरोपी गेंद को भीतर फेंक देते थे. जिसके लिए माल भेजा जाता था उसका कोड भी बॉल पर लिखा होता था.
3 दिन पहले क्राइम ब्रांच ने वसीम और तबस्सुर को जेल की दीवार के पास रंगेहाथ दबोचा. उनके पास रबर की 2 गेंद मिली. गेंद को खोलने पर गांजा बरामद हुआ. गेंद पर अंग्रेजी में टाइगर लिखा था. टाइगर कोड मोमिनपुरा के अपराधी के लिए था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर धंतोली थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.