छत्तीसगढ समाचार : छत्तीसगढ़ पुलिस ने 2022 में महादेव सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। बाद में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में ऐप की जांच शुरू की। ईडी ने इस मामले में अब तक रायपुर की अदालत में दो आरोप पत्र दायर किए हैं, जिनमें कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग ऐप के दो मुख्य प्रमोटरों सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ आरोप पत्र शामिल हैं। ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग छह हजार करोड़ रुपये है। इस साल मार्च में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने ईडी की रिपोर्ट के आधार पर कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में प्राथमिकी दर्ज की थी और ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया था। छत्तीसगढ़ पुलिस ने महादेव ऐप जैसे ऑनलाइन सट्टेबाजी गेमिंग एप्लिकेशन के माध्यम से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 क्रिकेट मैचों पर सट्टेबाजी में कथित संलिप्तता के लिए महाराष्ट्र से 26 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सट्टेबाजों को पुणे के दो अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में रायपुर पुलिस की एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट (एसीसीयू) का एक दल शामिल था। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि इस गिरफ्तारी के साथ, आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी के संबंध में रायपुर पुलिस ने अब तक 34 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के तहत एसीसीयू और गंज पुलिस के एक संयुक्त दल ने हाल ही में गोवा में एक फ्लैट पर छापा मारा था और इंडियन प्रीमियर लीग सीजन 2024 के मैचों पर ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।
इनसे चार लैपटॉप और 27 मोबाइल फोन समेत अन्य सामान जब्त किया गया था। आरोपियों के कब्जे से 11 लैपटॉप, 98 मोबाइल फोन, 81 एटीएम कार्ड, 50 मोबाइल फोन सिम कार्ड और 25 लाख रुपये मूल्य के अन्य सामान जब्त किए गए। सिंह ने बताया, ”पूछताछ में, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे आईपीएल क्रिकेट मैच के दौरान रेड्डी ऐप के 67, महादेव ऐप के 149 और लेजर बुक के 10 आईडी पैनल के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा का संचालन कर रहे थे। प्रत्येक आईडी पैनल उनके द्वारा 35 लाख रुपये से 50 लाख रुपये में खरीदा गया था।” उन्होंने बताया कि सटोरियों के पास जप्त लैपटॉप और मोबाईल फोन में लगभग 30 करोड़ रूपये से अधिक के लेन-देन की जानकारी प्राप्त हुई है तथा एक हजार से अधिक सट्टेबाजों की जानकारी भी इनके द्वारा दी गई है। जिनके आंकड़े व जानकारी जुटाये जा रहे है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में जानकारी मिली कि उनके सहयोगी पुणे (महाराष्ट्र) से महादेव ऐप पैनल के माध्यम से ऑनलाइन सट्टेबाजी का संचालन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसीसीयू रायपुर का एक दल जो पहले से ही किसी अन्य मामले की जांच के लिए महाराष्ट्र में था, ने सब्जी विक्रेता, दूध और पेपर देने वाला बनकर पुणे के भारती विद्यापीठ क्षेत्र में दो अपार्टमेंटों की रेकी की। बाद में यहां छापा मारकर दो फ्लैटों से 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपी लैपटॉप और मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर ऑनलाइन सट्टेबाजी में लिप्त थे। सिंह ने बताया कि इनमें से 22 छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से, तीन मध्य प्रदेश से और एक उत्तर प्रदेश से है। आरोपियों ने बताया कि वह रायपुर के पुरानी बस्ती इलाके के हिस्ट्रीशीटर पप्पू जेठवानी से जुड़े थे, जो फरार है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गंज पुलिस थाने में दर्ज मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120 बी (आपराधिक साजिश) तथा भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम और आईटी अधिनियम के प्रावधान भी शामिल थे। इसमें आगे की जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि एसीसीयू रायपुर ने इस साल अब तक आईपीएल मैचों से संबंधित सट्टेबाजी के नौ मामलों में 57 लोगों को गिरफ्तार किया है।