नागपुर समाचार : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी बेबाक राय और आइडियाज के लिए जाने जाते हैं। केंद्रीय मंत्री समय-समय पर नए-नए आइडियाज सामने लोगों को बताते हैं। एक बार फिर केंद्रीय मंत्री ने ऐसा ही नया आइडिया साझा किया। जिसमें उन्होंने नागरिकों से डायमंड खरीदने के बजाय कचरे का काम करने का आवाहन किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “डायमंड कुछ नहीं, कचरा काफी इंपोर्टेंट है, कचरे को सैगरीगेट करोगे तो उसमें प्लास्टिक होगा, ग्लास होगा, अल्युमिनियम होगा सभी रीसायकल होंगे, कचरे से हाइड्रोजन तैयार होगा।”
लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए गडकरी मुंबई पहुंचे थे। जहां भाजपा के विशेष संपर्क अभियान के तहत लोगों को संबोधित किया। इस दौरान बोलते हुए यह बात कही। गडकरी ने आगे कहा, “जब वह महाराष्ट्र में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे उसे दौरान वह टेलीविजन खरीदने के लिए एक दुकान में गए। मैंने दुकानदार से कहा कि उन्हें इंस्टॉलमेंट में टीवी चाहिए। दुकानदार को जब पता लगा कि वो मंत्री है तो उसने कहा कि यह अच्छा पीस नहीं है। जब अच्छा पीस आएगा तो मैं लगवा दूंग, वह दिन कभी आया नहीं।”
उन्होंने आगे कहा, “दुकानदार को लगा कि मंत्री का इंस्टॉलमेंट देने के बाद, पैसा आएगा कि नहीं आएगा, टीवी तो नहीं आया। लेकिन मेरे दिमाग में एडिया क्लिक किया कि टीवी, फ्लैट और फ्रिज इंस्टॉलमेंट पर आ सकता है, तो रोड, ब्रिज, टनल क्यों नहीं मिल सकता। फिर उसी पर पॉलिसी बनी, फिर लिबरल पॉलिसी बनी। बीजेपी सरकार ने इस लिबरल इकोनामिक को स्वीकार किया।”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आगे कहा कि, “मथुरा में एक प्रोजेक्ट को सफल किया। मथुरा के गंदे पानी को रिसाइकल करके इस्तेमाल किया जा रहा है। जो लिक्विड बेस्ड मैनेजमेंट में प्रोजेक्ट सफल रहा। वो लोगों को सलाह देते हैं कि डायमंड की जगह कचरे का काम करो। यह हंसने की बात नहीं है। डायमंड कुछ नहीं, कचरा काफी इंपोर्टेंट है, कचरे को सैगरीगेट करोगे तो उसमें प्लास्टिक होगा, ग्लास होगा, अल्युमिनियम होगा सभी रीसायकल होंगे, कचरे से हाइड्रोजन तैयार होगा, इससे सभी वहन चलेंगे।”