नागपुर समाचार : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सीमेंट की सड़के बनाकर हमें गड्ढों से मुक्त कर दिया। लेकिन इन सीमेंट की सड़को ने नई परेशानी खड़ी कर दी। लोग अब तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं और एक्सीडेंट करते हैं। जिससे लोगों की जान चली जाती है। इनर रिंगरोड स्थित मानेवाडा चौक और महलगी नगर चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाना है। शानिवार को इसका भूमिपूजन किया गया, जहां बोलते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह बात कही।
भूमिपूजन कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, विधायक मोहन मते, पूर्व विधायक सुधाकर कोहले सहीत भाजपा के पदाधिकारी सहीत सरकारी अधिकारी मौजूद रहे। फडणवीस ने कहा, “10 साल में नागपुर को विश्वस्तरीय शहर बना दिया है। इतना विकास किसी अन्य शहर में नहीं हुआ होगा। जिससे शहर का चेहरा बदल गया है।”
उन्होने आगे कहा, एक तरफ जहां विकास किया जा रहा तो दूसरी तरफ लोगों को तकलीफ भी हो रही है। शहर में चल रहे कामों के कारण कही पानी जमा हो रहा है, तो कहीं दुर्घटना हो रही है। जब विकास के काम किए जाते हैं तो कुछ अड़चने तो आती हैं, लेकिन जब यह पूरा हो जाएगा तो 30-40 आप को देखना नहीं पड़ेगा।”
नई ड्रेनेज लाइन का निर्माण नहीं होने से हो रहा पानी जमा
पिछले दो मानसून में हमने बारिश नागपुर शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। लोगों के घरों में पानी घूस गया था जिसके कारण बड़ा नुकसान हुआ था। इसको लेकर भी उपमुख्यमंत्री बड़ी बात कही। फडणवीस ने कहा, “सीमेंट रोड के निर्माण से कई क्षेत्रों में पानी जमा होने और वह पानी घरों में घुसने की घटना सामने आई है। जांच करने पर इसका मुख्या कारण ड्रेनेज लाइन का निर्माण नहीं करने या उसके चोक होने का कारण सामने आया है। इसको हमने गंभीरता से लिया है और अधिकारियों को भविष्य में यह स्थिति उत्पन्न न हो उसको लेकर निर्देश दिया है।
रिंगरोड स्थित मानेवाड़ा और महालगी नगर चौक शहर के प्रमुख चौहरो में से एक है। रोजाना हजारों की संख्या से यहां वाहनों का आना जाना रहता है, जिसमें छोटे बड़े सभी वाहन शामिल हैं। हालांकि, यह दोनों चौराहे धीरे-धीरे ब्लैक स्पॉट में तब्दील हो गए। यानी दुर्घटना के प्रमुख स्थल बन गए। चौराहों पर बढ़ते दुर्घटाओं को देखते हुए यहां फ्लाईओवर की मांग की जा रही थी।
लागातार होती मांग को देखते हुए उपमुख्यंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया। इसी के साथ राज्य सरकार द्वारा बजट घोषित किया गया। जहां आज इसका भूमिपूजन हुआ। चार लेन वाले इस फ्लाईओवर को दो साल यानी 24 महीने में पूरा किया जाएगा।