विश्व सिंधी साहित्य सम्मेलन में उपस्थित मंत्री नितिन गडकरी व अन्य
नागपुर समाचार : विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से दो दिवसीय विश्व सिंधी साहित्य सम्मेलन का आयोजन सीताबर्डी स्थित माहेश्वरी भवन के सभागृह में किया गया। समापन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि संगठनात्मक और सैद्धांतिक जीवन जीने पर सिंधी समाजबंधुओं ने शुरू से ही जोर दिया है. समाज को संस्कारित करने में सिंधी साहित्य का बहुत बड़ा योगदान है। समारोह के दौरान समाजसेवा के लिए पूर्व नगरसेवक घनश्याम कुकरेजा को ‘सिंध-गौरव संत कंवरराम समाज-भूषण अवार्ड’ प्रदान किया गया।
इस अवसर पर आयोजक संस्था के उपाध्यक्ष महेश टावरी, जबलपुर के विधायक अशोक रोहाणी, शदाणी दरबार, रायपुर के साईं उदयलाल, महाराष्ट्र सिंधी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष महेश सुखरामानी, डॉ. विंकी रुघवानी, राजेश वाधवानी, प्रा. विजय केवलरामानी, डॉ. मीरा जारानी, स्वामी आत्मनंबी, प्रमिला मथरानी, मंजू कुंगवानी, डॉ. कृपलानी व अन्य प्रमुखता से उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने ‘सिंधु संघर्ष: अब कोई गुलशन न उजड़े’ का विमोचन किया. कार्यक्रम का संचालन संयोजक तुलसी सेतिया, किशोर लालवानी व मीनाक्षी मेघराजानी ने किया।