असोसिएशन फॉर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन बेसिक साइंस एजुकेशन व मनपा का आयोजन
नागपुर समाचार : मनपा और असोसिएशन फॉर रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन बेसिक साइंस एजुकेशन के संयुक्त तत्वावधान में मनपा शालाओं के शिक्षकों की प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गयी. उद्घाटन मनपा अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने किया. एआरटीबीएसई के कार्याध्यक्ष सर्वश्री राजाराम शुक्ल, सचिव और मुख्य प्रशिक्षक सुरेश अग्रवाल, मनपा शिक्षणाधिकारी साधना सयाम प्रमुखता से उपस्थित थे. इस अभियान के तहत लगभग दो वर्षों में 30 प्रशिक्षण सत्र होंगे.
रटने की बजाए सोचने पर ज्यादा जोर – आँचल गोयल
मनपा अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल ने कहा की, अब समय बदल चुका है. मोबाइल, इंटरनेट के इस युग में बच्चे पहले की अपेक्षा में अधिक स्मार्ट हो गए हैं. विषय को वे जल्दी पिकअप करते हैं, और इधर-उधर से उसकी खोज भी करते हैं. इसलिए उन्हें रटने की पुरानी पद्धति से छुटकारा दिलाना होगा. उन्होंने शिक्षकों से आवाहन किया की, वे इस तरीके से बच्चों को पढ़ाएं कि उन्हें सोचने पर मजबूर होना पड़े. इस कार्यशाला से शिक्षकों में बदलाव आएगा और विपरीत सामाजिक परिस्थितियों से आने वाले विद्यार्थी लाभान्वित होंगे.
धारणागत समझ बढ़ानी होगी – अग्रवाल
अग्रवाल ने कहा कि यह प्रशिक्षण सत्र मनपा शालाओं के शिक्षकों के लिए है. इसमें वे शिक्षक भी लाभान्वित होंगे जो विज्ञान के अतिरिक्त अन्य विषयों के हैं. प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों की धारणागत समझ को विकसित करना है. समझ की कमी की वजह से ही अध्यापन बोझिल हो जाता है. कक्षाओं में पढ़ाने का तरीका शिक्षकों का अपना होगा, परंतु शिक्षकों में कॉन्सेप्चुअल अंडरस्टैंडिंग बदलने से पढ़ाने में भी अंतर आएगा.
संचालन मनीषा मोगलेवार ने किया. नीता गडेकर ने कार्यक्रम की रूपरेखा रखी. शिक्षकगण नीलिमा अढाऊ, जागृति मेश्राम, कालिदास नाखाड़े प्रशिक्षण सत्र में सहयोग दे रहे हैं.