वर्धा समाचार : महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र के हिन्दी साहित्य विभाग में हिन्दी के सुप्रसिद्ध सम्मानित साहित्यकार भीष्म साहनी की 109 वीं जयंती के अवसर पर भीष्म साहनी के जीवन और उनके साहित्य पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम को तीन सत्रों में आयोजित किया गया। पहला सत्र भीष्म साहनी के जीवन और साहित्य पर विचार, दूसरा सत्र भीष्म साहनी की कहानी “चीफ की दावत” से प्रेरित शोधार्थी नीरज छिलवार और अज़हर अहमद के निर्देशन में बनी लघु फिल्म ‘दावत’ का प्रदर्शन किया गया और अंतिम तीसरा सत्र दर्शकों की प्रतिक्रिया का था।
इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र में जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कृष्ण कुमार सिंह ने की और प्रस्ताविक वक्तव्य हिन्दी विभाग के अधिष्ठाता एवं अध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार द्वारा दिया गया। इस सत्र में वक्ता स्वरूप एसोसिएट प्रोफेसर दूर शिक्षा निदेशालय के डॉ. अमरेंद्र कुमार शर्मा, प्रदर्शनकारी कला विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. सतीश पावड़े और हिन्दी साहित्य विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. रूपेश कुमार सिंह ने भीष्म साहनी पर सूक्ष्मता पूर्वक अपना वक्तव्य रखा। कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग के शोधार्थी गौरव चौहान ने किया।
दूसरे सत्र में भीष्म साहनी की चर्चित कहानी ‘चीफ की दावत’ से प्रेरित लघुफिल्म ‘दावत’ का प्रदर्शन किया गया। इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक हिन्दी साहित्य विभाग के शोधार्थी नीरज छिलवार ने कहानी से फिल्म बनने तक की यात्रा के संदर्भ में चर्चा की और इस तरह के साहित्य आधारित कार्यक्रम की निरन्तरता बने रहने की अपेक्षाएं की आशा करके सबका धन्यवाद किया।
तीसरे सत्र में हिन्दी साहित्य के शोधार्थी अमित प्रभाकर और साहित्य के विद्यार्थी अजय और अन्य सभी ने अपने फिल्म और इस कहानी से फिल्म रूपांतरण पर विचार विमर्श किया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।