गोंदिया समाचार : विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने अपने रूठे नेताओं और कार्यकर्ताओं को वापस लेना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में महाराष्ट्र भाजपा ने गोंदिया से निर्दलीय विधायक विनोद अग्रवाल सहित 12 अन्य नेताओं का निलंबन रद्द कर वापस पार्टी में शामिल कर लिया है।
ज्ञात हो कि, 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से आए गोपाल अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया था। जिसके विरोध में विनोद अग्रवाल सहित अन्य 12 नेताओं ने बगावत कर दी थी। विनोद अग्रवाल निर्दलीय चुनाव में उतरे वहीं अन्य नेताओं ने उनकी मदद की। पार्टी विरोधी काम के चलते भाजपा राज्य आलाकमान ने सभी को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था। हालांकि, चुनाव में विनोद अग्रवाल ने भाजपा प्रत्याशी को चुनाव में हरा दिया था।
इन नेताओं का निलंबन हुआ वापस
भाजपा ने विनोद अग्रवाल सहित जिला महासचिव भाजपा भाऊराव ओके, मंडल अध्यक्ष गोंदिया ग्रामीण छत्रपाल तुरकर, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष अमित बुद्धे,मंडल महामंत्री गोंदिया ग्रामीण मुनेश रहागंडळे, पंचायत समिति सदस्य रामराजे रावरे, नगर पंचायत चेयरमैन शिव शर्मा, नगर पंचायत सदस्य प्रमुख घनशाम पंथवने, नगर पंचायत नगरसेवक धर्मेश अग्रवाल, दीपक बोबडे, नीटू बिरिया, जिला परिषद सदस्य शैलेश सोनावणे और कमलेश लाकारे शामिल है।
अग्रवाल ही होंगे महायुति उम्मीदवार
चुनाव जितने के बाद से अग्रवाल लगातार भाजपा के साथ बने हुए हैं। राज्य में जब महायुति की सरकार बनी तब से अग्रवाल सरकार के साथ हैं। आगामी विधानसभा चुनाव को लगभग यह तय हो गया था कि, भाजपा विनोद अग्रवाल को भी अपना उम्मीदवार बनाएगी। जिसको देखते हुए पूर्व विधायक गोपाल अग्रवाल ने भाजपा को छोड़ते हुए कांग्रेस में दोबारा शामिल हो गए। वहीं अब भाजपा ने निलंबन वापस लेकर लगभग यह तय कर दिया है की आगामी विधानसभा चुनाव में विनोद अग्रवाल ही महायुति के उम्मीदवार होंगे।