महाराष्ट्र में ₹13,650 करोड़ रुपए की विशेष धनराशि निवेश के पश्चात 5,000 से अधिक नए रोजगार उत्पन्न होने एंव भारत की नवीकरणीय ऊर्जा की योजनाओं को गति मिलने की प्रबल सम्भावना है
नागपुर समाचार : भारत की प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी, अवादा ग्रुप ने अपने नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, अवादा इलेक्ट्रो प्रा. लि. की नींव रखी है। इस फैक्ट्री की स्थापना अतिरिक्त बूटीबोरी औद्योगिक पार्क, नागपुर में की गई है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री, देवेंद्र फडणवीस के करकमलों द्वारा फैक्ट्री का उद्घाटन किया गया।
यह फैक्ट्री अवादा के ₹13,650 निवेश पश्चात भारत की नवीकरणीय ऊर्जा महत्वाकांक्षाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तत्पर है। यह फैक्ट्री देश के 2030 तक कार्बन उत्सर्जन में 50% की कटौती करने और 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन प्राप्त करने के लक्ष्य में योगदान देगी। यह सुविधा इंगोट-वेफर से लेकर पीवी सेल और मॉड्यूल उत्पादन तक संपूर्ण सौर मूल्य श्रृंखला पर ध्यान केंद्रित करेगी। अगली पीढ़ी की बैटरी और इलेक्ट्रोलाइज़र का निर्माण एंव उत्पादन भी करेगी।अवादा ग्रुप मॉड्यूल ग्लास और फ्रेम का उत्पादन करने के लिए सहायक इकाइयों की स्थापना करके घरेलू आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने की योजना पर निरंतर कार्य कर रहा है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाले पीवी मॉड्यूल की समय पर उपलब्ध्ता सुनिश्चित हो सके।
कार्यक्रम के अवसर पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “यह प्लांट महाराष्ट्र के औद्योगिक विकास के प्रति अवादा समूह की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर सतत ऊर्जा समाधान को बढ़ावा देने के उद्देश्यों के अनुरूप है। यह महाराष्ट्र को सोलर निर्माण के प्रमुख केंद्र के रूप में स्थापित करेगा और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तथा पर्यावरण पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।”
अवादा ग्रुप के पहले चरण की योजना में वेफर से मॉड्यूल प्रोजेक्ट की शुरुआत शामिल है, जिसमें 5 गीगावाट की सौर सेल और 3 गीगावाट की मॉड्यूल उत्पादन क्षमता होगी। ये सौर सेल कंपनी के मौजूदा दादरी मॉड्यूल प्लांट का समर्थन करेंगे और इनमें टॉपकॉन सेल टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा, जिसके पश्चात उच्च क्षमता वाले सौर सेल और मॉड्यूल्स का उत्पादन किया जा सके।
आशा है कि इस प्रोजेक्ट से 5,000 से अधिक नये रोजगार उत्पन्न होंगे , जो विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं पर आधारित होंगे । इसके साथ ही , अवादा समूह स्थानीय आईटीआई (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) के साथ साझेदारी कर कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध है, विशेषरूप से ऑपरेटर्स और टेकनिशियंस के लिए, ताकि एक मजबूत प्रतिभा समूह तैयार किया जा सके। अवादा, एनएसडीसी (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) और एनसीवीईटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग) के साथ मिलकर कार्यबल के कौशल को बेहतर करने, नए कौशल सिखाने और वर्तमान कौशल को पुनः निखारने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इस फैक्ट्री का लक्ष्य अपने कार्यबल में 60% महिला कर्मचारियों को शामिल करना है, जिससे कि इसे विविध और समावेशी कार्यस्थल बनाया जा सके। इसके अतिरिक्त, अवादा समूह की योजना सहायक इकाइयां स्थापित करने की भी है, जिससे लगभग 1,000 अतिरिक्त नौकरियां उत्पन्न होंगी। ये इकाइयां मुख्य रूप से ग्लास, एल्यूमिनियम फ्रेम, जंक्शन बॉक्स और अन्य उपकरणों के उत्पादन पर केंद्रित होंगी, जो कंपनी की मजबूत घरेलू आपूर्ति श्रृंखला की पूर्ति करने में मदद करेंगी।
अवादा ग्रुप के चेयरमैन, विनीत मित्तल ने इस पहल के बारे में चर्चा करते हुए कहा, “यह प्रोजेक्ट अवादा की यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। हम रणनीतिक साझेदारियों, स्थानीय रोजगार सृजन और उन्नत तकनीकों के माध्यम से भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परिदृश्य को बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, हम इस ऊर्जा प्रणाली के माध्यम से देश के व्यापक आर्थिक और पर्यावरणीय लक्ष्यों में भी योगदान देना चाहते हैं।
अवादा की सुपर फैक्ट्री पूर्ण रूप से एकीकृत फैक्ट्री है, जो विश्व स्तर की सुविधाओं से सम्पन्न है, जैसे कि परिवहन सेवाएं, सुरक्षा उपाय, ऑन-साइट मेडिकल रूम, कर्मचारियों के बच्चों के लिए क्रेच, और खेल सुविधाएं। ये तमाम सुविधाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि समस्त कर्मचारियों को उच्च गुणवत्ता वाला जीवन स्तर मिल सके। इस प्रोजेक्ट के आगे बढ़ने के साथ, अवादा भारत की हरित ऊर्जा क्रांति में महत्वपूर्ण योगदान देने की दिशा में अग्रसर है।
अवादा ग्रुप के बारे में
अवादा ग्रुप वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में अग्रणी है, जो सौर मॉड्यूल निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन और ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन मीथेनॉल, ग्रीन अमोनिया और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल प्रोजेक्ट के विकास में विशेषज्ञता रखता है। श्री विनीत मित्तल जी के नेतृत्व में, अवादा एक प्रमुख वैश्विक ऊर्जा कंपनी के रूप में उभरा है। अवादा एनर्जी, जो इसका नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन विभाग है, का लक्ष्य वर्ष 2026 तक 11 गीगावाट की स्थापित क्षमता प्राप्त करना है। ग्रुप की मजबूत निष्पादन क्षमता और प्राप्त सफलता ने अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है, जिसमें वर्ष 2023 की शुरुआत में 1.3 बिलियन डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता शामिल है, जिसमें से 1 बिलियन डॉलर ब्रुकफील्ड के एनर्जी ट्रांजिशन निवेश और 300 मिलियन डॉलर थाईलैंड की पीटीटी ग्रुप की सहायक कंपनी जीपीएससी से हैं।